छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल बोले- कांग्रेस में तो सब ‘आजाद’ ही होते हैं…
खेल अकादमियों के संचालन, खेल अधोसंरचनाओं के विकास एवं समुचित उपयोग तथा खेलों के समग्र विकास हेतु छत्तीसगढ़ खेल विकास प्राधिकरण का गठन किया गया है। खेलों को बढ़ावा देने समेत संबंधित अन्य मुद्दों पर चर्चा के लिए प्राधिकरण के गवर्निंग बॉडी और एग्जिक्यूटिव बॉडी की बैठकें भी हो चुकी हैं। साथ ही खेल प्रशिक्षकों के 8 पदों पर संविदा भर्ती की कार्यवाही पूर्ण की जा चुकी है। वर्तमान में 15 खेल संघ विभाग से मान्यता प्राप्त हैं। वित्तीय वर्ष 2021-22 में 1.43 करोड़ रुपए अनुदान राशि भी जारी की गई है। वहीं व्यायामशाला निर्माण के लिए वित्तीय वर्ष 2021-22 में 40.17 लाख रुपए जारी किए गए।
2)
छत्तीसगढ़ राज्य निर्माण के बाद पहली बार खेल एवं युवा कल्याण विभाग ने आवासीय खेल अकादमी का संचालन प्रारंभ किया है। स्व. बी.आर. यादव राज्य खेल प्रशिक्षण केन्द्र बहतराई बिलासपुर में हॉकी, तीरंदाजी एवं एथलेटिक की आवासीय अकादमी की स्थापना की गई है, जिसे भारतीय खेल प्राधिकरण द्वारा खेलो इंडिया स्टेट सेंटर ऑफ एक्सीलेंस की मान्यता दी गई है। एक्सीलेंस सेंटर के लिए मैनपॉवर के हाईपरफॉर्मेंस मैनेजर, हेड कोच हॉकी, स्ट्रैंथ एंड कंडिशनिंग एक्सपर्ट, फिजियोथैरेपिस्ट, यंग प्रोफेशनल एवं मसाजर (महिला) की नियुक्ति की जा चुकी है। बता दें कि 1 जून 2022 से हॉकी की आवासीय अकादमी संचालित है, जिसमें 36 बालक एवं 24 बालिकाएं प्रशिक्षणरत हैं। तीरंदाजी तथा एथलेटिक खेल की अकादमी के लिए खिलाडिय़ों के चयन ट्रायल लिए जा चुके हैं। आवासीय बालिका कबड्डी अकादमी में प्रवेश हेतु खिलाडिय़ों के चयन ट्रायल लिए जा चुके हैं। रायपुर में एनएमडीसी लिमिटेड के सहयोग से आवासीय तीरंदाजी अकादमी की स्थापना की जा रही है।
3) छत्तीसगढ़ में खिलाडिय़ों के प्रशिक्षण पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है, ताकि वे बेहतर प्रदर्शन कर पदक जीत सकें। प्रत्येक जिले में विभिन्न खेलों की गैर आवासीय खेल अकादमियां स्थापित करने का लक्ष्य है। वर्तमान में तीरंदाजी प्रशिक्षण उपकेन्द्र शिवतराई (बिलासपुर), गैर आवासीय हॉकी एवं तीरंदाजी अकादमी, सरदार वल्लभभाई पटेल अंतरराष्ट्रीय हॉकी स्टेडियम रायपुर, गैर आवासीय बालिका फुटबॉल अकादमी स्वामी विवेकानंद स्टेडियम कोटा रायपुर, गैर आवासीय बालक एवं बालिका एथलेटिक अकादमी स्वामी विवेकानन्द स्टेडियम कोटा रायपुर का संचालन किया जा रहा है।
4) [typography_font:14pt;” >
रायपुर. छत्तीसगढ़ में साढ़े तीन साल पहले मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में गठित सरकार ने “गढ़बो नवा छत्तीसगढ़” का नारा दिया था और इसे राज्य का ध्येय वाक्य भी बनाया। इसके साथ ही छत्तीसगढ़ में युवाओं की ऊर्जा को सकारात्मक दिशा में मोडऩे और खेलों को प्रोत्साहित के लिए “खेलबो, जीतबो, गढ़बो नवा छत्तीसगढ़” का नारा भी दिया गया। इसी नारे के अनुरूप छत्तीसगढ़ में खेलों के लिए माहौल भी बनाने की कवायद भी तेज हो गई और निरंतर खेल व खिलाडिय़ों के लिए पर्याप्त सुविधाएं मुहैया कराने के लिए ठोस कदम उठाए जा रहे हैं। इस कड़ी में छत्तीसगढ़ सरकार ने सबसे पहले छत्तीसगढ़ खेल विकास प्राधिकरण का गठन किया गया। वहीं राजधानी रायपुर से लेकर बिलासपुर और बस्तर के नारायणपुर तक में खेल अकादमी को लेकर काम शुरू हो गए।
1) Hindi News / Raipur / National Sports Day राष्ट्रीय खेल दिवस : युवा अब कह रहे- खेलबो.. जीतबो.. गढ़बो नवा छत्तीसगढ़