इसके जवाब में बुधवार को कांग्रेस मुख्यालय राजीव भवन में बुलाई गई पत्रकारवार्ता के समय राज्यसभा की घटना का जिक्र करते हुए राज्यसभा सांसद फूलोदेवी नेताम रो पड़ीं। वहीं राज्यसभा सांसद छाया वर्मा भी भावुक नजर आईं। फूलोदेवी ने बताया कि पुरुष मार्शलों ने ही महिला सांसदों को धक्का दिया, जिसमें उन्हें भी चोट आई। इस मुद्दे पर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम ने मांग की है कि भाजपा 10 सेकंड की जगह पूरा वीडियो जारी करें और महिला सांसदों से माफी मांगे। उन्होंने कहा, यह भाजपा का बौद्धिक व मानसिक दिवालियापन को दर्शाता है।
भाजपा के सांसद झूठ बोल रहे
राज्यसभा सांसद नेताम ने कहा, भाजपा के शासन में महिलाएं सड़क से संसद तक कहीं भी सुरक्षित नहीं हैं। हमने सदन में महिला सुरक्षा, कृषि बिल आदि को लेकर आवाज उठाया, तो उसे बंद करने की कोशिश की गई। इस कदर से षडय़ंत्र रचा गया था। उस दिन संसद स्थगित होने की स्थिति में थी। अचानक बिना किसी सूचना के सरकार बीमा विधेयक ले आई। संविधान का कुचलने का प्रयास हुआ। भाजपा के सांसद छत्तीसगढ़ आकर झूठ बोल रहे हैं। अचानक मार्शलों को बुलाया गया। पुरुष मार्शलों ने महिला सांसदों को धक्का दिया। मैं भी गिर गई। मेरे हाथ और कमर में चोट आई। वहां सभी सांसदों ने देखा। अब भाजपा के लोग हम पर ही मारपीट का आरोप लगा रहे हैं। यह बात कहते हुए फूलोदेवी नेताम रो पड़ीं।
42 मार्शलों को लाकर खड़े कर दिया: छाया वर्मा
राज्यसभा सांसद छाया वर्मा ने कहा, जो लोग राज्यसभा के सदस्य नहीं है, वो झूठ फैला रहे हैं। उन्होंने कहा, विपक्ष ने ओबीसी बिल पर अपनी सहमति जताई थी। बिल पारित होते हैं 10 मिनट के लिए सभा स्थगित हुई और उस बीच 42 मार्शलों को बुलाया गया। हर दरवाजे पर मार्शल खड़े थे। हम लोग कुछ समझ पाते उससे पहले ही बीमा बिल लेकर आ गए।
मार्शल वेल में खड़े थे। हम विरोध करने गए तो आपाधापी शुरू हो गई। पुरुष मार्शलों को आगे रखकर धक्कामुक्की की गई। एक प्रश्न के जवाब में उन्होंने कहा, मार्शल के धक्के से फूलोदेवी नेताम गिर गई थीं। उनको घसीटने की कोशिश हुई। वे उनको सहारा देकर उठाने की कोशिश कर रही है। 10 सेकंड का एक वीडियो जारी कर भाजपा के लोग हम पर ही मारपीट का आरोप लगा रहे हैं।