पहली बार एनएमसी ने गणित के साथ बायो टेक्नोलॉजी विषय लेने वाले छात्रों को नीट देने की पात्रता दी है। इससे प्रदेश में 1 हजार के आसपास छात्र बढ़ जाएंगे। पिछली बार 41 हजार से ज्यादा छात्र नीट में शामिल हुए थे। इनमें 19 हजार से ज्यादा क्वालिफाइड हुए थे। हालांकि प्रदेश में एमबीबीएस की सीटें 1910 ही हैं। अगले साल सीटें बढ़ने की संभावना है।
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एम्स में एमबीबीएस कोर्स में एडमिशन के लिए नीट यूजी देना अनिवार्य होगा। इसके लिए अलग से इंट्रेंस एग्जाम नहीं लिया जाएगा। पिछले साल नई दिल्ली में एम्स संचालक मंडल की बैठक में अलग से परीक्षा कराने संबंधी प्रस्ताव काे सिरे से खारिज कर दिया गया। बैठक की अध्यक्षता केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने की थी। गौर करने वाली बात ये है कि 2019 तक एम्स अपने मेडिकल कॉलेजों में एमबीबीएस में एडमिशन कराने के लिए अलग से प्रवेश परीक्षा कराता रहा है। पिछले चार साल से नीट यूजी के स्कोर के माध्यम से रायपुर समेत देश के अन्य एम्स में एडमिशन हो रहा है।
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