गृहमंत्री विजय शर्मा ने कहा कि पिछले काफी समय से इस मामले में सवाल उठ रहे थे। इसे देखते हुए मामला सीबीआई को सौंपा गया है। वह अपने हिसाब से प्रकरण की जांच करेगी। इसके लिए विभिन्न थानों और ईओडब्ल्यू में दर्ज 70 प्रकरणों को हैंडओवर किया जाएगा। इससे सट्टा ऐप के विदेशों में बैठकर इसका संचालन करने वाले प्रमोटर्स को पकड़ने और स्वदेश लाने में मदद मिलेगी।
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उन्होने कहा कि सट्टे से जुडे़ किसी भी आरोपी को बक्शा नहीं जाएगा। उन सभी पर कठोरता से कार्रवाई की जाएगी, जो लोग विदेश में बैठे हुए हैं उन सभी को वापस लाया जाएगा। सीबीआई की एंट्री होने पर इससे जुड़े ब्यूरोकेट, संरक्षण देने वाले राजनीतिक और रसूखदार लोगों पर शिकंजा कसेगा। बता दें कि इस प्रकरण की जांच राज्य पुलिस, ईडी और ईओडब्ल्यू की टीम कर रही हैं। सीबीआई की एंट्री होने पर सट्टा प्रकरण की जांच का दायरा बढ़ने के साथ ही इसके फरार प्रमोटर्स सौरभ चंद्राकर, रवि उप्पल और शुभम सोनी को गिरफ्तार किया जा सकेगा। ऑनलाइन सट्टे के कारोबार में दुर्ग पुलिस द्वारा प्रकरण दर्ज करने के बाद अक्टूबर 2022 में ईडी ने महादेव सट्टा एप मामले की जांच शुरू की थी। इस मामले में सेबी भी मामले के आर्थिक पहलुओं की जांच कर रही है।