पहले इन स्थानों पर बनेगा लू-कैफे पहले चरण में शहर के अंदर 6 स्थानों पर लू कैफे बनाए जाएंगे। इनकी सफलता के बाद टारगेट के मुताबिक 30 लू-कैफे बनाए जाएंगे। शौचालयों के पास कैफेटेरिया बनाया जाएगा। एयरपोर्ट की तर्ज पर इनमें कॉफी, चाय और समोसे जैसे खाद्य पदार्थ मिलेंगे। जिस कंपनी को इसके संचालन की जिम्मेदारी दी (raipur news) जाएगी, वह भी शौचालयों को साफ करने के लिए भी बाध्य रहेगा।
योजना के प्रभारी योगेश कडू का कहना है कि स्वच्छ भारत अभियान के अंतर्गत शौचालयों की सफाई के काफी नंबर होते हैं। ऐसे में व्यवस्थित शौचालयों के लिए यह योजना काफी अच्छी है। कुछ जगहों में यह योजना सफल रही तो आगे शहर के शौचालयों में जगह होगी, वहां इसे लागू करेंगे।
लू-कैफे में यह खास – लू कैफे में लोग अपनी पसंद का स्वल्पाहार ले सकेंगे।
– बच्चों को स्तनपान कराने के लिए कैफे में सुरक्षित एरिया बनेगा।
– टॉयलेट का उपयोग करने पर पैसा लिया जाएगा।
– लोगों को नहाने के लिए बाथरूम रहेंगे।
6 स्थानों का सर्वे हुआ है। – टेंडर प्रक्रिया चल रही है। इसके बाद लू कैफे बनाने के लिए काम की शुरूआत होगी।
– इन्हें ऐसे स्थानों पर बनाया जाएगा। जहां पर ज्यादातर लोगों का आना-जाना होता है।
– इनकी सफलता के बाद टारगेट के मुताबिक 30 लू कैफे बनाए जाएंगे।
इन जगहों का चिन्हांकन – एम्स के सामने
– एनआईटी के पास
– कलेक्ट्रेट के पास
– गांधी उद्यान के पास
– जेल के सामने
– पंडरी कपड़ा मार्केट बिलासपुर में सबसे पहले लू कैफे कॉन्सेप्ट के तहत साफ-सुथरे प्रीमियम टायलेट की जरूरत को देखते हुए काम हो रहा है। मेन रोड व सार्वजनिक जगहों पर शौचालय के साथ सुविधाएं मिलेंगी। प्रदेश में सबसे पहले बिलासपुर नगर निगम में बनाया जा चुका है।
नगर निगम को भी मिलेगा राजस्व दो चार्जिंग प्वाइंट बनाए जाएंगे। चार्जिंग के बदले वाहन मालिकों से मिलने वाली राशि से निर्माण करने वाली कंपनी (cg news) को आय होगी। एक हिस्सा नगर निगम को भी एजेंसी को देना होगा। खास बात यह है कि सर्व सुविधा युक्त टॉयलेट का आम आदमी को भुगतान नहीं करना पड़ेगा।
लू-कैफे बनाने….. लू-कैफे बनाने के लिए 6 जगह चिन्हांकित की गई है। इसके लिए निविदा प्रक्रिया चल रही है। प्रयास किया जा रहा है कि दो माह के भीतर इसकी सुविधा लोगों को मिल सके।
– मयंक चतुर्वेदी, आयुक्त, नगर निगम रायपुर