बैठक में चारों राज्यों के वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों द्वारा राज्यों के सीमावर्ती क्षेत्र में पुलिसिंग, कानून व्यवस्था एवं नक्सल गतिविधियों से संबंधित विषयों पर प्रस्तुतीकरण दिया गया। साथ ही अंतरराज्यीय तस्करी गिरोह के संबंध में इनपुट को साझा किया गया। बैठक के दौरान डीजीपी अशोक जुनेजा और एडीजी नक्सल ऑपरेशन विवेकानंद ने बताया कि सीमावर्ती क्षेत्र में कुछ नक्सली और तस्करी करने वाले गिरोह के लोग सक्रिय है। इसके इनपुट मिलने के बाद अतिरिक्त फोर्स को तैनात किया गया है। साथ ही लगातार लगातार अभियान चलाया जा रहा है। इसके कारण वह पड़ोसी राज्यों में चले जाते है। इसे देखते हुए साझा अभियान चलाने की जरूरत है। मध्यप्रदेश और महाराष्ट्र पुलिस के अधिकारियों ने इस पर अपनी सहमति जताई।
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चेकपोस्ट का निर्माण Chhattisgarh Naxal Terror: डीजीपी ने बताया कि लोकसभा चुनाव को देखते हुए राज्य के सीमावर्ती क्षेत्र में राज्य पुलिस और स्थानीय जिला प्रशासन द्वारा अस्थाई चेकपोस्ट बनाया गया है। यहां दूसरे राज्यों के आने वाले मालवाहक और निजी वाहनों की जांच की जा रही है। किसी भी तरह का संदेह होने पर यात्री बसों की तलाशी लेने कहा गया है। तस्करी, चुनावी गिफ्ट की जांच करने सभी पड़ोसी राज्यों को निगरानी में सहयोग और सूचनाओं का आदान-प्रदान करने पर चर्चा की गई।
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तस्करों पर शिकंजा कसने ओडिशा सीमा में घेराबंदी Naxal Terror: ओडिशा के रास्ते लगातार बढ़ रही गांजा तस्करी की घटनाओं को देखते हुए वर्चुअल और पीएचक्यू में बैठक का आयोजन किया गया था। इस दौरान तस्करी करने वाले गिरोह पर शिकंजा करने पर चर्चा हुई। ओडिशा के डीजीपी अरूण सारंगी ने तस्करी करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का आश्वासन दिया। साथ ही बताया कि लोकसभा चुनाव को देखते हुए सीमावर्ती इलाकों में विशेष जांच अभियान चलाया जा रहा है। किसी भी तरह की सूचना मिलने पर छत्तीसगढ़ पुलिस के साथ संयुक्त रूप से कार्रवाई की जाएगी।