अयोध्या धाम रामलला के जन्म भूमी हम सब हिन्दुओं के लिए बहुत ही पवित्र स्थल है और मैं वहां दर्शन करने से अपने आपको रोक नहीं पाई लेकिन, वहां जाने का विरोश इस कदर मुझे सहना पड़ेगा मैंने होने जीवन में कभी नहीं सोचा था। रामलला मंदिर का दर्शन करने की वजह से मेरे साथ कांग्रेस भवन में अभद्रता हुई। मेरे साथ वहां धक्का-मुक्की की गई। मुझे कमरे में बंद कर दिया गया लेकिन, मेरे साथ न्याय नहीं हुआ। मैं चीख-चीख कर गुहार लगाती रही। छोटे से लेकर सबसे बड़े नेताओं से गुहार लगाती रही लेकिन मुझे न्याय नहीं मिला सिर्फ और सिर्फ इस वजह से की मैं राम मंदिर हो कर आई मैं प्रभु राम के दर्शन करने से खुद को रोक नहीं पाई।
यह भी पढ़ें
राधिका खेरा ने कांग्रेस पार्टी से दिया इस्तीफा, बोली – लड़की हूं, लड़ सकती हूं…
(Radhika Khera) पार्टी ने कहा कि मुझे कह दिया गया कि चुप रहो….
राधिका ने कहा – जिस दिन से मैं 25 अप्रैल को रामलला के दर्शन करके आई हूँ मुझे निरंतर विरोध का सामना करना पड़ रहा है और पार्टी का ये विरोध मुझे न्याय के हक़ से दूर कर देगा और मुझे न्याय नहीं दिया जाएगा ऐसा होगा प्रभु श्री राम के दर्शन करने से मैंने कभी नहीं सोचा था। 22 साल मैं कांग्रेस में रही। मैंने सालों तक कांग्रेस का सेवा किया है। एनएसयूआई से लेकर एनसीसी मीडिया नेशनल कोर्डिनेटर प्रवक्ता होने के नाते मैंने कार्य किए है और हमेशा पूरी निष्ठा से काम किया है लेकिन आज जब मुझे न्याय की जरूरत थी तो पार्टी चुप थी और मुझे कह दिया गया कि चुप रहो तुम्हे कोई न्याय नहीं मिलेगा तो मुझे दुःख के साथ आज मैंने पार्टी पद से इस्तीफा दिया है। और मुझे विश्वास है कि मेरे रामलला मुझे न्याय देंगे।
राधिका खेड़ा ने लगाई न्याय की गुहार
प्रताड़ित होने के बाद राधिका खेड़ा ने सोशल मीडिया में कहा था कि, खुलासा करूंगी… भूपेश बघेल के लिए कहा कि, ‘दुशील’ को लेकर ‘कका’ का मोह एक लड़की की इज़्ज़त से बढ़कर है…. पुरुष मानसिकता से पीड़ित राधिका खेरा सुशील आनंद के द्वारा प्रताड़ित होने के बाद न्याय की गुहार लगाती रही पर किसी ने एक नहीं सुनी। प्रताड़ित होने के बाद राधिका खेरा ने सोशल मीडिया में कहा था कि, खुलासा करूंगी… राधिका कई पदों पर रह चुकीं है। राधिका छत्तीसगढ़ की राजनीति में ज्यादा सक्रीय है, तेज तर्रार प्रवक्तओं में राधिका की गिनती होती है। राधिका खेरा कांग्रेस की राष्ट्रिय मीडिया समन्वयक भी रह चुकीं है। कांग्रेस की राष्ट्रिय सचिव और सोशल मीडिया प्रमुख के पद पर भी थीं। पार्टी के नेताओं द्वारा करने दुर्रव्यवहार से राधिका ने कांग्रेस पार्टी और अपने पद से इस्तीफा दे दिया है।