यह भी पढ़ें: CG News: सरकारी जगह पर कब्जा करने वालों की खैर नहीं, इंच भर जमीन भी दबाई तो तुरंत बता देगा एआई ड्रोन दरअसल, बिलासपुर में रहने वाले गणेश बोले ने रायपुर के आमानाका थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि जमीन बेचने के नाम पर कुछ लोगों ने उनसे ठगी की गई है। सरकारी कागज और जमीन की मालकिन को देखकर उन्हें भी सौदे पर भरोसा हो गया। ऐसे में बयाने के रूप में उन्होंने 10 लाख दे दिए। जमीन बिक्री की ईश्तहार छपा, तो जमीन का असल मालिक ने आपत्ति की। इसके बाद उन्हें अपने साथ हुई ठगी का अहसास हुआ। उन्होंने रिपोर्ट दर्ज कराई। रायपुर एसएसपी संतोष सिंह ने मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच के लिए आमानाका थाने को टीम बनाने के निर्देश दिए।
इसी सिलसिले में मंगलवार रात पुलिस ने नवापारा में सदर बाजार के हर्षिता प्रिंटर्स में छापा मारा। करीब 2 घंटे चली छानबीन के बाद साफ हो गया कि जमीन के फर्जी कागजाज यहीं से बनाए गए। इसके बाद पुलिस प्रिंटर्स के संचालक राकेश कंसारी को पूछताछ के लिए अपने साथ थाने ले गई। पूछताछ में पता चला कि इस काम में पूरा रैकेट लगा था। गरियाबंद के पाथरमोहंदा में रहने वाले हरिशंकर सिन्हा (36) इनमें अहम था।