यह भी पढ़ें: Bengali refugees: इंजीनियरिंग कॉलेज को आबंटित जमीन पर बंगाली शरणार्थियों ने जताया हक, पहुंचे कलेक्टर के पास अशोक कुमार अग्रवाल और गोवर्धन दास अग्रवाल। नान्हू की मौत के बाद गोवर्धन दास ने फर्जी दस्तावेज बनाकर स्वयं को नान्हू का एकमात्र संतान बताया। इसके बाद नान्हू की पूरी संपत्ति को अपने नाम कर लिया। इसके बाद उसी जमीन को दूसरे को बेच दिया।
इसकी शिकायत अशोक के बेटे आयुष ने थाने में की। जांच के बाद पुलिस ने गोवर्धन पर धोखाधड़ी का अपराध दर्ज कर लिया है।