पत्रिका ने अपने 21 अगस्त के अंक में ही यह खबर प्रकाशित कर दी थी। बता दें कि रायपुर में कुल 5 उप पंजीयक हैं। रायपुर के चार और नवा रायपुर और आरंग में इस माह के अंत तक सिस्टम शुरू हो जाएगा। इसके बाद प्रदेश के सभी कार्यालयों में यह सिस्टम लागू किया जाएगा। इसके लिए अब पक्षकारों को पंजीयन शुल्क के अलावा 60 रुपए प्रति पेज का अतिरिक्त शुल्क देना होगा। बता दें कि इसके पहले एनजीडीआरएस प्रणाली के पायलट रन के पंजीयन कार्यालयों अभनपुर, महासमुंद एवं धमतरी में अब तक लगभग 45 हजार से अधिक दस्तावेजों का पंजीयन किया जा चुका है।
कम्प्यूटरीकृत पंजीयन प्रणाली की विशेषता पक्षकार को ऑनलाइन डेटा की एंट्री कर अपॉइन्टमेंट लेना होता है। कार्यालय में किसी प्रकार की डेटा एन्ट्री नहीं होती है। उप पंजीयक द्वारा पंजीयन की सभी प्रक्रिया ऑनलाइन की जाती है।
ऑनलाइन संपत्ति के बाजार मूल्य की सटीक गणना के साथ नियम आधारित मूल्यांकन होने से एनजीडीआरएस प्रणाली पारदर्शी है। पक्षकार द्वारा ऑनलाइन सभी जानकारी स्वत: प्रविष्टि किये जाने से, त्रुटि की संभावना नहीं है। दस्तावेज की पर्याप्त जांच हो जाएगी।
डिजीटल फोटो एवं हस्ताक्षर लिए जाने का प्रावधान होने से पंजीयन प्रणाली सुरक्षित एवं भरोसेमंद है। राजस्व विभाग से इंटीग्रेशन के फलस्वरूप विक्रयशुदा खसरे तथा मालिकाना हक की जांच किये जाने से पंजीयन प्रणाली सुरक्षित एवं आसान।
मार्च के पहले पूरे प्रदेश में लागू होगा सिस्टम प्रदेश के सभी पंजीयन कार्यालयों में ई-पंजीयन सॉफ्टवेयर के स्थान पर एनजीडीआरएस प्रणाली चरणबद्ध रूप से लागू करने का निर्णय लिया गया है। जिसके तहत मार्च-2024 के पहले तक सभी पंजीयन कार्यालयों में नए सॉफ्टवेयर को अनिवार्य रूप से लागू किया जाना है। अब तक लगभग 11 राज्यों में एनजीडीआरएस प्रणाली से पंजीयन कार्य किया जा रहा है। प्रदेश के सभी कार्यालय में हार्डवेयर उपकरणों, नेटवर्क लाईन की व्यवस्था के साथ-साथ विभागीय अधिकारियों – कर्मचारियों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है।
प्रथम बार वेबसाइट https// www.ngdrs.cg.gov.in/ NGDRS_ CG के सिटीजन पार्ट में ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करने के उपरान्त सिटीजन लॉगिन कर ऑनलाइन उपलब्ध फार्म में पक्षकारों तथा संपत्ति विवरण को भरने पर स्वत: बाजार मूल्य, स्टाम्प शुल्क एवं पंजीयन शुल्क की गणना हो जाती है। इसके बाद पक्षकारों द्वारा पंजीयन के लिए सुविधानुसार समय एवं तारीख का चयन कर अपॉइन्टमेंट लेकर निर्धारित तिथि में पंजीयन कार्यालय में उपस्थित होकर मूल दस्तावेज प्रस्तुत किया जाएगा।