समाज के लोगों ने सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने प्रदेश सरकार पर वादाखिलाफी और उत्पीडऩ का आरोप लगाया। वक्ताओं ने सरकार पर अनदेखी का आरोप लगाते हुए कहा – प्रदेश में 90 में 65 विधायक पिछड़े वर्ग के होने के बावजूद उनकी बात नही सुनी जाती।
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कुर्मी समाज के स्वाभिमान रैली में एक ओर जहां भाजपा के नेताओं ने दूरी बनाए रखी। भाजपा सांसद रमेश बैस, बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष धरमलाल कौशिक और बीजेपी के वरिष्ठ नेता विजय बघेल समाज के नेता होने के बावजूद स्वाभिमान रैली शामिल नहीं हुए। वहीं कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष
भूपेश बघेल , राज्य सभा सांसद छाया वर्मा, विधायक जनकलाल वर्मा सहित पार्टी के दिग्गज नेताओं ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई।
स्वाभिमान रैली में भी पत्रकार विनोद वर्मा का मुद्दा गरमाया। पीसीसी चीफ भूपेश बघेल ने प्रदेश सरकार और भाजपा पर जमकर हमला बोला। उन्होंने सरकार पर अश्लील सीडी कांड में विनोद वर्मा को जबरन फंसाने का आरोप लगाया। भूपेश ने कहा कि सरकार और पुलिस कई एेसे मुद्दों पर सक्रियता नहीं दिखाती है, लेकिन अश्लील सीडी कांड में पुलिस की त्वरित कार्रवाई पुलिस की मंशा पर सवाल खड़े करती है।
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छत्तीसगढ़ विधानसभा 2018 चुनाव से पहले स्वाभिमान रैली के मंच से कांग्रेस ने कुर्मी कार्ड खेल दिया है। मंच को संबोधित करते हुए राज्यसभा सांसद छाया वर्मा ने आगामी विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को समर्थन देकर भूपेश बघेल को मुख्यमंत्री बनाए जाने के लिए कुर्मी समाज के लोगों से अपील की।