श्यामा तंत्र पीठिका की ओर से आयोजित पूजन के संबंध में चरण सिंह सोनवानी ने बताया कि 17 नवंबर को सुबह 10 बजे से समस्त अज्ञात मृतकों के आत्मशांति और सद्गति के लिए यह आयोजन किया गया। शुक्रवार को अमावस्या तिथि में नारायण नागबलि पूजन के बाद रात 8 बजे मां श्मशान काली विग्रह और विशेष घट स्थापना की गई।
Read More News: इस महिला के चेहरे की मासूमियत पर मत जाइए, सच्चाई जानकर रह जाएंगे हैरान फि तांत्रोक्त विधान से पूजन शुरू हुआ और रात 9 बजे से त्रिकोणीय हवन कुंड में आग प्रज्वलित कर मिर्च पाउडर का अविरल आहुतियां देने का सिलसिल शुरू हुआ जो भोर 4 बजे तक चला। शनिवार को सुबह 5 बजे आरती, पुष्पांजलि और विग्रह विसर्जन कर भंडारे का भी आयोजन किया गया। इस दौरान बड़ी संख्या में भक्त शामिल हुए।
धूमधाम से निकाली शोभायात्रा
रानी सती मंदिर राजा तालाब में कलश स्थापना एवम् शिखर प्रतिष्ठा के पांच दिवसीय कर्यक्रम की कड़ी में शनिवार चौथे दिन धूमधाम के साथ शोभायात्रा निकाली गई। Read More News: सातवीं बार पार्सल बोगी काटकर की चोरी, मिनटों में इलेक्ट्रॉनिक्स सामान से भरे पांच पार्सल पार
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शोभायात्रा में शामिल लगभग 500 महिलाएं लाल रंग की परिधान में एवं पुरुष कुर्ता-पाजामा में शामिल हुए। मन में भक्ति का ज्वार, अधरों पे माता के जयकारे और गीत संगीत की धुन पर घंटो तक झूमते श्रद्धालु दादी जी का जैकारा लगते हुए कलश का नगर भ्रमण कर मंदिर में शैयाधिवस कराकर हवन कर आरती की। समिति के कैलाश अग्रवाल ने बताया कि रविवार को सुबह 10 बजे पूरे विधि विधान से शिखर प्रतिष्ठा कर हवन की पूर्णाहुति के बाद महाआरती एवम् भोग के साथ कार्यक्रम का समापन होगा।