जल्द शुरू होगा निर्माण कार्य
सफारी प्रबंधन ने विभागीय अधिकारियों को जू को हाईटेक करने के लिए लगने वाले उपकरणों का प्रपोजल बनाकर भेजा था। विभागीय अधिकारियों ने इस प्रपोजल को मंजूरी दे दी है और इसके साथ ही जल्द से जल्द निर्माण कार्य के लिए निविदा बुलाने का निर्देश दिया है। सफारी प्रबंधन के जिम्मेदारों की माने तो बारिश के बाद तेज गति से मिनी जू को हाईटेक करने का काम शुरू होगा। पर्यटको को जू और सफारी अपने ओर आकर्षित कर सके, इसलिए विभागीय अधिकारियों द्वारा लगातार प्रयोग किया जा रहा है।
मैसूर जू की तर्ज पर निर्माण
अटल नगर के सेक्टर- 41 में निर्मित जंगल सफारी को राज्य सरकार ने 800 एकड़ में बनाया है। सफारी में आनंद लेने के साथ पर्यटक वन्य प्राणियों को करीब से देख सके इसलिए विभागीय अधिकारियों ने 2015 में नेशनल जू अथॉरिटी को पत्र लिखा था। जिसके बाद 2017 में इजाजत मिलने पर मिनी जू का निर्माण भी कर दिया। मिनी जू को और हाईटेक बनाया जा सके इसलिए सफारी प्रबंधन जू को टेक्नोलॉजी से लैस कर रहा है। पर्यटक को विभाग की पहल पसंद आए इसलिए मैसूर जू की तर्ज पर सफारी जू को हाईटेक प्रबंधन कर रहा है।
12 प्रजाति के वन्य प्राणियों का निवास जू में
सफारी स्थित मिनी जू में टाइगर, लेपर्ड, मगर, घडियाल, चीतल, ब्लैक बर्क, नीलगाय, सांभर, भालू, मोर , भालू प्रजाति के वन्य प्राणि निवास कर रहे है। जल्द ही सेक्टर 41 स्थित सफारी और जू में भेडिय़ा और हाईना देखने को मिलेगा। इनके लिए सफारी प्रबंधन जू में बाडा तैयार करवा रहा है।