वहां सिलसिलेवार रांची, धनबाद, दुमका, देवघर और गोड्डा स्थित 30 ठिकानों में तलाशी के दौरान घोटाले से संबंधित दस्तावेज मिले थे, इसमें रायपुर के उक्त दोनों कारोबारियों द्वारा प्रमुख भूमिका अदा करने की जानकारी मिली थी। इससे संबंधित दस्तावेज मिलने के बाद छापे मारे गए हैं। इस समय ईडी के अधिकारी दोनों कारोबारियों से पूछताछ कर शराब की आपूर्ति से संबंधित दस्तावेजों की जांच कर रहे है। बता दें कि झारखंडा में शराब के आपूर्ति की जिम्मेदारी छत्तीसगढ़ की एजेंसी कर रही है।
यह भी पढ़ें : CG Election 2023: मतदान दलों को बूथों तक पहुंचाने और सुरक्षित लाने रूट चार्ट तय शराब घोटाले का कनेक्शन ईडी ने शराब घोटाले की जांच करने के लिए झारखंड की राजधानी रांची सहित 5 अन्य शहरों में 30 अगस्त 2023 को 30 ठिकानो पर छापामारा था। इस दौरान राज्य सरकार के एक मंत्री, उनके करीबी और रसूखदार लोगों के शामिल होने की जानकारी मिली थी। इसके आधार पर ईडी ने जांच का दायरा बढ़ा दिया था। वहीं शराब की आपूर्ति करने वाले कारोबारियों को निशाने पर लिया गया था। जांच में अब तक क्या मिला इस बात की पुष्टि अब तक नहीं हुई है।
यह भी पढ़ें : क्रेडिट कार्ड बंद कराने के नाम पर ठगी करने वाला गिरफ्तार शराब कारोबारी से कनेक्शन झारखंड की राजधानी रांची में स्थानीय शराब कारोबारी योगेन्द्र तिवारी के ठिकानों में जांच के दौरान ईडी को सनसनीखेज जानकारी मिली थी। इसमें छत्तीसगढ़ के शराब कारोबारी अतुल सिन्हा और मुकेश मनचंदा के साथ सीधा कनेक्शन जुड़ा हुआ था। इसकी पुष्टि होने के बाद छापामारा गया है। बताया जाता है कि बुधवार की सुबह ईडी की टीम रायपुर पहुंची और इसके बाद स्थानीय टीम के साथ दोपहर करीब 3 बजे गोपनीय रूप से छापा मारा गया।
यह भी पढ़ें : अंतर जिला स्टेट फुटबॉल चैंपियनशिप में दो महिला रेफरी अमीषा व लक्ष्मी का हुआ चयन खुफिया विभाग को नहीं मिले इनपुट राज्य में होने वाले विधानसभा चुनाव के चलते प्रदेशभर में नाकेबंदी कर वाहनों की जांच की जा रही है। इसके लिए हर चौक-चौराहे में कड़ी चौकसी करने जवान तैनात किए गए हैं। सड़क मार्ग से लेकर एयरपोर्ट में बाहर से आने वाले प्रत्येक यात्रियों के समानों की जांच कर पूछताछ की जा रही है। इसके बाद भी झारखंड से ईडी के अधिकारियों की टीम के आने और छापेमारी करने की भनक तक किसी को नहीं मिली।