– अब दो माह में रास्ता बनाने का वादा।
– मठ को बदले में दी जाने वाली जमीन का नामांतरण भी नहीं हुआ अब तक । सिटी रिपोर्टर, रायपुर.
रावणभाठा में मठ की जमीन पर २६ एकड़ में बने अंतर राज्यीय बस स्टैंड का निर्माण हुए चार माह हो गए हैं, लेकिन अभी तक इसका लोकार्पण नहीं हो पाया है। अब नगर निगम के अधिकारी कह रहे हैंकि बस स्टैंड परिसर में बसों के आने-जाने के लिए बनाई गई सड़क उस लायक नहीं है। इसलिए नए सिरे से रास्ते का निर्माण कियाजाएगा। इस कार्य में दो माह लग सकता है। इसके बाद ही अंतर राज्यीय बस स्टैंड को शुरू किया जाएगा। इसके अलावा जिस मठ की जमीन पर आईएसबीटी बना हुआ है, उस मठ को नया रायपुर में जमीन आवंटन का मसला भी हुआ है। मठ के नाम अभी तक जमीन का नामांतरण भी नहीं हुआ है।
– मठ को बदले में दी जाने वाली जमीन का नामांतरण भी नहीं हुआ अब तक । सिटी रिपोर्टर, रायपुर.
रावणभाठा में मठ की जमीन पर २६ एकड़ में बने अंतर राज्यीय बस स्टैंड का निर्माण हुए चार माह हो गए हैं, लेकिन अभी तक इसका लोकार्पण नहीं हो पाया है। अब नगर निगम के अधिकारी कह रहे हैंकि बस स्टैंड परिसर में बसों के आने-जाने के लिए बनाई गई सड़क उस लायक नहीं है। इसलिए नए सिरे से रास्ते का निर्माण कियाजाएगा। इस कार्य में दो माह लग सकता है। इसके बाद ही अंतर राज्यीय बस स्टैंड को शुरू किया जाएगा। इसके अलावा जिस मठ की जमीन पर आईएसबीटी बना हुआ है, उस मठ को नया रायपुर में जमीन आवंटन का मसला भी हुआ है। मठ के नाम अभी तक जमीन का नामांतरण भी नहीं हुआ है।
निर्माण एजेंसी ने २३ मई से हैंडओवर कर दिया है
आईएसबीटी का निर्माण करने वाली एजेंसी नगरीय प्रशासन विभाग के यांत्रिकी प्रकोष्ठ ने २३ मई २०१९ को निर्माण कार्य पूरा होने के बाद नगर निगम को हैंड ओवर कर दिया था। तब से लेकर अब तक सिर्फ रोड का मामला अटका हुआ है। बस स्टैंड से भाठागांव चौक तक रोड चौड़ीकरण में बाधा रहे मकानों को हटाने और पुलिस लाइन से शहीद भगत सिंह चौक से आगे आईएसबीटी तक रोड को ८० फीट चौड़ा किया जाना है, जो अभी तक शुरू नहीं हुआ है। अब नगर निगम के अधिकारी छोटी बसों की आवाजाही के लिए भाठागांव चौक से आईएसबीटी तक और पुलिस लाइन की आेर से आने वाली बसों के लिए रास्ता दो माह के भीतर बनाने की बात कह रहे हैं। इसके अलावा बड़ी बसों की आवाजाही के लिए फिल्टर प्लांट से चौड़ा रास्ता बनाने का प्लान तैयार किया गया है। इसे भी दो माह में बनाने का प्लान तैयार किया है।
आईएसबीटी का निर्माण करने वाली एजेंसी नगरीय प्रशासन विभाग के यांत्रिकी प्रकोष्ठ ने २३ मई २०१९ को निर्माण कार्य पूरा होने के बाद नगर निगम को हैंड ओवर कर दिया था। तब से लेकर अब तक सिर्फ रोड का मामला अटका हुआ है। बस स्टैंड से भाठागांव चौक तक रोड चौड़ीकरण में बाधा रहे मकानों को हटाने और पुलिस लाइन से शहीद भगत सिंह चौक से आगे आईएसबीटी तक रोड को ८० फीट चौड़ा किया जाना है, जो अभी तक शुरू नहीं हुआ है। अब नगर निगम के अधिकारी छोटी बसों की आवाजाही के लिए भाठागांव चौक से आईएसबीटी तक और पुलिस लाइन की आेर से आने वाली बसों के लिए रास्ता दो माह के भीतर बनाने की बात कह रहे हैं। इसके अलावा बड़ी बसों की आवाजाही के लिए फिल्टर प्लांट से चौड़ा रास्ता बनाने का प्लान तैयार किया गया है। इसे भी दो माह में बनाने का प्लान तैयार किया है।
फैक्ट फाइल
आईएसबीटी का एरिया- २५ एकड़ निर्माण लागत- ४७ करोड़ रुपए।
कुल कंस्ट्रक्शन एरिया- १ लाख ६० हजार वर्ग फीट । एक साथ बसों खड़ी होने की संख्या- १८० ।
कोट् जमीन विवाद को कोई मसला नहीं है। आईएसबीटी तक बसों की आवाजाही के लिए रास्ता ठीक नहीं होने के कारण अंतर राज्यीय बस स्टैंड को शुरू नहीं किया जा रहा है। रास्ते का निर्माण दो माह में पूरा किया जाएगा। इसके बाद आईएसबीटी को शुरू किया जाएगा।
– सौरभ कुमार, आयुक्त, नगर निगम रायपुर
आईएसबीटी का एरिया- २५ एकड़ निर्माण लागत- ४७ करोड़ रुपए।
कुल कंस्ट्रक्शन एरिया- १ लाख ६० हजार वर्ग फीट । एक साथ बसों खड़ी होने की संख्या- १८० ।
कोट् जमीन विवाद को कोई मसला नहीं है। आईएसबीटी तक बसों की आवाजाही के लिए रास्ता ठीक नहीं होने के कारण अंतर राज्यीय बस स्टैंड को शुरू नहीं किया जा रहा है। रास्ते का निर्माण दो माह में पूरा किया जाएगा। इसके बाद आईएसबीटी को शुरू किया जाएगा।
– सौरभ कुमार, आयुक्त, नगर निगम रायपुर