सिलतरा से उद्योगपति सोमानी का अपहरण होने के बाद पुलिस को चंदन सोनार गिरोह पर शक हुआ था और पुलिस चंदन की तलाश में लग गई थी। बिहार पहुंचने के बाद पुलिस को पता चला कि चंदन सोनार के बजाय पप्पू चौधरी के गिरोह ने सोमानी को उठाया है। फिलहाल पप्पू को पुलिस अब तक पकड़ नहीं पाई है।
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बिजनेसमैन बनकर रहा था किडनैपर
जानकारी के मुताबिक किडनैपिंग के लिए कुख्यात चंदन पिछले दस साल से मध्यप्रदेश के सिंगरौली में होटल कारोबारी चंद्रमोहन बनकर रहा था। इसकी भनक किसी को नहीं लगी थी। इस बीच पश्चिम बंगाल की पुलिस एक नेता के अपहरण मामले में उसकी तलाश करते हुए पहुंची और उसे गिरफ्तार कर लिया।
चंदन सोनार झारखंड, गुजरात, पश्चिम बंगाल, यूपी सहित कई जगह अपहरण करके करोड़ों रुपए फिरौती के रूप में वसूल चुका है। उसके खिलाफ 30 से अधिक मामले दर्ज हैं। चंदन सोनार गिरोह ने सूरत के हीरा व्यापारी के बेटे सोहैल हिंगोरा का अपहरण किया था। इससे करोड़ों रुपए की फिरौती ली। सबसे पहले झारखंड के गोमिया से व्यवसायी महावीर जैन, रांची के जूलर परेश मुखर्जी और लव भाटिया को भी उठाया था।
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रायपुर के एएसपी-क्राइम अभिषेक माहेश्वरी ने कहा, चंदन सोनार को प्रवीण सोमानी के अपहरण से कोई संबंध नहीं है। इस मामले में पप्पू चौधरी मुख्य आरोपी है। शुरुआत में पुलिस को इस गिरोह पर शक था।