नवनियुक्ति मुख्य सचिव जैन की शुरुआती शिक्षा दिल्ली राजहरा में हुई। अविभाजित मध्यप्रदेश में 11वीं बोर्ड में वे टॉपर रहे हैं। रायपुर से मैकेनिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई करने वाले जैन ने एमटेक किया है और इसके बाद आईएएस बने। आईएएस के रूप में जैन की पहली पोस्टिंग अविभाजित मध्यप्रदेश के जबलपुर में असिस्टेंट कलेक्टर लैंड रेवेन्यू मजिस्टे्रट के रूप में हुई। इसके बाद वे नीमच, सरगुजा, ग्वालियर में विभिन्न प्रशासनिक पदों का दायित्व संभाला। इसके बाद जैन राजगढ़, छतरपुर और होशंगाबाद जिले के कलेक्टर रहे। वे रायपुर जिले के दो बार कलेक्टर रहे। इसके बाद छत्तीसगढ़ शासन में सचिव, प्रमुख सचिव और अपर मुख्य सचिव के रूप में विभिन्न महत्वपूर्ण विभागों के दायित्वों का बड़ी ही कुशलता के साथ निर्वहन किया है।
लंदन में भी दी है सेवा
नवनियुक्ति मुख्य सचिव जैन ने केन्द्र में प्रतिनियुक्ति के दौरान लंदन स्थित भारतीय हाई कमीशन में मिनिस्टर (आर्थिक) भी रह चुके है। जहां उन्होंने भारत और ब्रिटेन के बीच व्यापार और निवेश को बढ़ाने का काम किया।
नवनियुक्ति मुख्य सचिव जैन ने केन्द्र में प्रतिनियुक्ति के दौरान लंदन स्थित भारतीय हाई कमीशन में मिनिस्टर (आर्थिक) भी रह चुके है। जहां उन्होंने भारत और ब्रिटेन के बीच व्यापार और निवेश को बढ़ाने का काम किया।
मंडल के खाते में रही है कई उपलब्धियां
सेवानिवृत्त हुए मुख्य सचिव आरपी मंडल कई एेसे काम किए जिनके लिए उनको याद किया जाएगा। राज्य सरकार के ड्रीम प्रोजेक्टर नरवा, गरवा, घुरवा और बाड़ी को अमली जामा पहनाने में मंडल की अहम भूमिका रही। वे राज्य निर्माण के बाद बिलासपुर एवं राजधानी रायपुर सहित 12 वर्षो तक महत्वपूर्ण जिलों के कलेक्टर रहे। मंडल ने सागर जिला की भीषण जल समस्या का निराकरण, बिलासपुर एवं रायपुर की यातायात व्यवस्था को सुगम बनाने के लिए अतिक्रमण मुक्त चौड़ी सड़कों एवं वैकल्पिक नवीन मार्गो का निर्माण करवाया गया। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम और जंगल सफारी के निर्माण में उनकी अहम भूमिका रही। बूढ़ातालाब के सौंदर्यीकरण में अहम योगदान रहा।
सेवानिवृत्त हुए मुख्य सचिव आरपी मंडल कई एेसे काम किए जिनके लिए उनको याद किया जाएगा। राज्य सरकार के ड्रीम प्रोजेक्टर नरवा, गरवा, घुरवा और बाड़ी को अमली जामा पहनाने में मंडल की अहम भूमिका रही। वे राज्य निर्माण के बाद बिलासपुर एवं राजधानी रायपुर सहित 12 वर्षो तक महत्वपूर्ण जिलों के कलेक्टर रहे। मंडल ने सागर जिला की भीषण जल समस्या का निराकरण, बिलासपुर एवं रायपुर की यातायात व्यवस्था को सुगम बनाने के लिए अतिक्रमण मुक्त चौड़ी सड़कों एवं वैकल्पिक नवीन मार्गो का निर्माण करवाया गया। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम और जंगल सफारी के निर्माण में उनकी अहम भूमिका रही। बूढ़ातालाब के सौंदर्यीकरण में अहम योगदान रहा।