दरअसल पूर्व सीएम भूपेश बघेल मोजा और सिर पर टोपी लगाए गुरुद्वारे पहुंच गए। जिसे लेकर अब विरोध हो रहा है। बता दें कि शनिवार को बघेल राजनांदगांव के बाघनदी पहुंचे थे, जहां गुरुद्वारा में भी मत्था टेकने गए। उनके साथ डोंगरगांव विधायक दालेश्वर साहू और कांग्रेस कार्यकर्ता भी थे। सभी कार्यकर्ताओं ने भी मोजा पहने हुए सिर को बिना ढके गुरुद्वारे में प्रवेश किया।
इस मामले में सिख समुदाय का कहना है गुरुद्वारे में प्रवेश करते समय नियमों का पालन करना जरूरी है। जो हुआ नियम के विपरीत था। इससे समाज के लोग नाराज है। गुरुद्वारा साहेब के पावन और पवित्र स्थान में प्रवेश करने के कुछ नियम है। जिसे पालन करना पड़ता है। मोजा और टोपी पहनकर गुरुद्वारे के अंदर प्रवेश वर्जित है। इसी प्रकार सिर पर रुमाल या पटका रखकर या पगड़ी बांधकर ही श्री श्रीगुरुद्वारा साहेब में प्रवेश कर सकते हैं।