जीवीके कर्मचारियों ने नशा त्याग का लिया शपथ
रायपुर. राजधानी के जीवीके इएमआरआई कार्यालय में शुक्रवार को व्यसन मुक्त कार्यशाला का आयोजन किया गया, जिसमें जिसमें स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के सलाहकार डॉ. आनंद वर्मा और सहायक चिकित्सा अधिकारी डॉ. डी. एस. परिहार ने कर्मचारियों को तम्बाखू, शराब व अन्य नशा सेवन से होने वाली शारीरिक, मानसिक व आर्थिक नुकसान के बारे में विस्तार से बताया। डॉ. आनंद के अनुसार छत्तीसगढ़ पूरे देश में नशाखोरी के मामले में शीर्ष पर है एवं आज का युवा वर्ग इसके सबसे ज्यादा शिकार बन रहा है। उन्होंने कहा कि धूम्रपान बीमारियों का सबसे बड़ा कारण है। कार्यशाला में नशाखोरी से बचने के उपाय पर भी विस्तृत चर्चा की गई। इस अवसर पर समस्त कर्मचारियों ने नशा का त्याग करने व दूसरों को भी नशा मुक्त करने का शपथ लिया। कर्मचारियों ने कहा कि वह धूम्रपान नहीं करेंगे तथा दूसरों को भी इससे अवगत कराएंगे। इस अवसर पर जीवीके के स्टेट हेड रामकृष्ण वर्मा व अन्य सभी वरिष्ठ अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित थे।