ज्योतिषियों के अनुसार, व्यासजी को प्रथम गुरु की भी उपाधि दी जाती है। व्यासजी ने ही पहली बार मानव जाति को चारों वेदों का ज्ञान दिया था। गुरु अपने ज्ञान से शिष्य को सही मार्ग पर ले जाते हैं और भगवान का साक्षात्कार करवाते हैं। इसलिए गुरुओं के सम्मान में हर वर्ष यह पर्व मनाया जाता है। गुरु पूर्णिमा के दिन शिष्य गुरु का पूजन कर आशीर्वाद लेते हैं और गुरु के प्रति आभार व्यक्त करते हैं। पं. मनोज शुक्ला ने बताया कि आषाढ़ मास की पूर्णिमा तिथि 2 जुलाई की रात 8:21 बजे से लग गई है। पूर्णिमा तिथि का समापन 3 जुलाई की शाम 5.08 बजे होगा। उदया तिथि को मानते हुए गुरु पूर्णिमा 3 जुलाई को मनाई जाएगी।
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शहर में यहां होंगे कार्यक्रम दत्तात्रेय मंदिर में अभिषेक पूजन Guru Purnima 2023: ब्रम्हपुरी पुरानी बस्ती स्थित प्राचीनतम दत्तात्रेय मंदिर में गुरु पूर्णिमा पर सुबह आचार्य माधो प्रसाद पाठक रुद्र मंत्र से विभूषित दुग्धाभिषेक, शृंगार, आरती व प्रसाद वितरण, संध्या सामूहिक हनुमान चालीसा पाठ महा आरती, प्रभु को महाभोग लगेगा। मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष हरि वल्लभ अग्रवाल ने बताया कि त्रिमूर्ति भगवान दत्तात्रेय को गुरु स्वरूप मान कर पूजा जाता है। सुबह 10 बजे से महोत्सव शुरू होगा। रावांभाठा आश्रम– आदित्य वाहिनी-आनंद वाहिनी द्वारा सोमवार को श्रीसुदर्शन संस्थानम् रावाभांठा में सुबह 10 बजे से पादुका पूजन, रूद्राभिषेक, हनुमान चालीसा, भजन-कीर्तन सहित विविध आयोजन होंगे।
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Guru Purnima 2023: बोरियाकला आश्रम- शंकराचार्य आश्रम में सुबह से भगवती राजराजेश्वरी की मंगला आरती, भगवान शिव का रुद्राभिषेक, श्रृंगार आरती होगी। 11 बजे से गुरु परंपरा का पूजन भक्तों द्वारा किया जाएगा। डॉ. इंदुभवानंद ने बताया कि दोपहर में भंडारे का आयोजन किया है। शदाणी दरबार- बोरियाकला स्थित शदाणी दरबार तीर्थ में सुबह 9 से 12 बजे समाधि स्थल में गुरु मूर्तियों का पंचामृत अभिषेक होगा। दोपहर 1 से शाम 5 बजे तक संत महात्माओं के प्रवचन, सत्संग आरती और अरदास होगी। संत युधिष्ठिर लाल ने कहा कि प्रत्येक महापुरूष के जीवन का खास उद्देश्य होता है। वह बहुदा पारलौकिक और परोपकारपूर्ण होता है।
गायत्री परिवार- समता कॉलोनी स्थित गायत्री शक्तिपीठ में गुरु की चरण पादुका की पूजा के साथ यज्ञ-हवन और संस्कार भी कराए जाएंगे। श्याम बैस और आरके शुक्ला (Guru Purnima 2023) ने बताया कि गुरु पूर्णिमा से एक दिन पहले रविवार को गायत्री शक्तिपीठ में सुबह से शाम तक 12 घंटे गायत्री महामंत्र का अखंड जाप किया गया।
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Guru Purnima 2023: रावतपुरा आश्रम में- श्री रावतपुरा सरकार आश्रम में गुरु पूर्णिमा महोत्सव की भव्य तैयारी की गई है। यहां चातुर्मास कर रहे संत शिरोमणि रविशंकर महाराज से दीक्षा और आशीर्वाद लेने के लिए हजारों शिष्य पहुंचे हैं। गुरुपूर्णिमा पर सद्गुरु महाभिषेक के बाद सुबह 8 बजे प्रार्थना सभा, गुरु पूजन और पादुका पूजन का कार्यक्रम होगा। शाम 7 बजे श्री विद्या एकादश लक्ष्यार्चन किए जाएंगे। निमया फाउंडेशन ने फीस जमा कर दी गुरुदीक्षा – जीवन में अज्ञानता के अंधकार दूर कर ज्ञान की ज्योति गुरु ही जलाते हैं। इसी भाव से निमया फाउंडेशन ने हर साल जरूरतमंद बच्चों की सालाना फीस जमा भविष्य निर्माण पर अमल किया। संस्था प्रमुख लायन मधु यादव ने इस वर्ष पांच छात्रों को गोद लिया गया। ये सभी बच्चे 70 प्रतिशत से अधिक अंकों से पास हुए, यही संस्था की ओर से गुरुदीक्षा है।