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छत्तीसगढ़ में सड़क से बाहर होंगे 5 लाख वाहन
छत्तीसगढ़ की सड़कों से जल्दी ही 20 वर्ष पुराने वाहन सड़कों से बाहर होंगे। केंद्र सरकार की स्क्रैप पॉलिसी की घोषणा के बाद परिवहन विभाग के अधिकारी इसकी कवायद में जुटे हुए हैं। इसके लिए पुरानी दोपहिया से लेकर चारपहिया और कमर्शियल वाहनों को चिन्हांकित किया जा रहा है। केंद्रीय परिवहन मंत्रालय से इसके आदेश जारी होते ही वाहन मालिकों को एसएमएस और ईमेल के जरिए सूचना भेजी जाएगी।
राज्य में इतनी वाहन
छत्तीसगढ़ में इस समय कुल 6211131 वाहन परिवहन विभाग में रजिस्टरर्ड है। इसमें से करीब 5 लाख वाहन स्क्रैप नीति के लागू होने पर सड़कों से बाहर होंगे। इसमें 2 लाख 50000 दोपहिया, 52 पैंसेजर कार, छोटी बड़ी मालवाहक एवं यात्री बस करीब 1 लाख और करीब 1 लाख घरेलू कार एवं तीनपहिया वाहन शामिल है।
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जाम से मिलेगी निजात
सड़कों से 5 लाख से अधिक वाहनों के बाहर होने ट्रैफिक समस्या से लोगों को निजात मिलेगी। साथ ही कंडम वाहनों के बाहर होने से दुर्घटना भी कम होंगी। साथ ही प्रदूषण को रोकने में मदद मिलेगी। बता दें कि राज्य निर्माण के बाद पिछले 20 वर्ष में वाहनों की संख्या में 60 गुना से अधिक इजाफा हुआ है। परिवहन विभाग के आकडो़ के अनुसार 1999 में परिवहन विभाग में करीब 1 लाख 10000 वाहनों ही पंजीकृत थी।
15 वर्ष का पंजीयन
निजी वाहन खरीदी करने के बाद पंजीयन करते समय परिवहन विभाग द्वारा लाइफटाइम टैक्स लिया जाता है। लेकिन, यह टैक्स 15 वर्ष के लिए लिया जाता है। इसके बाद वाहनों की जांच करवाने के बाद वाहन के माडल के अनुरूप दोबारा शुल्क का प्रावधान है।