केंद्र सरकार से मिले फंड से एक व्यक्ति को ट्रेंड करने में 13 हजार रुपए से ज्यादा राशि खर्च की जाती है। लेकिन इसके बावजूद कंपनियां रोजगार उपलब्ध नहीं करा पाई है। योजना के तहत प्रशिक्षण के बाद 70 प्रतिशत युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराने का नियम एजेंसियों के लिए रखा गया है। प्रशिक्षण कार्यक्रम को एक साल पूरा होने के बाद सिर्फ 31 प्रतिशत ट्रेनी को ही रोजगार मिल पाया है। स्वरोजगार का आंकड़ा तो और चौंकाने वाला है। कुल प्रशिक्षित लोगों में से सिर्फ दो प्रतिशत ही स्व-रोजगार शुरू कर पाए हैं।
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अलग-अलग ट्रेड में ट्रेनिंग योजना के तहत तीन से चार माह तक अलग-अलग ट्रेड में प्रशिक्षण दिया जाता है। टेलरिंग, आटोमोटिव, बीएफएसआई, कंस्ट्रक्शन, इलेक्ट्रानिक एवं हार्डवेयर, हैंडीक्राफ्ट एवं कारपेट, हेल्थकेयर, आईटी, लाइफ साइंस, लाॅजिस्टिक, रिटेल, टूरिज्म एवं हास्पिटेलिटी में प्रशिक्षण दिया जा रहा है। प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना में 12 ट्रेडों में युवाओं को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। केंद्र सरकार द्वारा ही लक्ष्य दिया जाता है और उसी आधार पर युवाओं को प्रशिक्षण व नौकरी देने की शर्तें तय कर दी गई हैं। विधानसभावार प्रशिक्षित अभ्यर्थी और जारी किए गए प्रमाण पत्र क्षेत्र-नामांकन-प्रशिक्षित-जारी प्रमाण पत्र
रायपुर उत्तर-1199-1199-889
रायपुर पश्चिम-1538-1538-1319
रायपुर ग्रामीण-2346-1850-1197
रायपुर दक्षिण-840-840-733 केंद्र द्वारा ही एजेंसियों से अनुबंध किया जाता है, उन्हीं के जरिए भुगतान भी किया जाता है। उनके द्वारा कुल रोजगार का प्रतिशत की स्थिति के आधार पर भुगतान किया जाता है। – केदार पटेल, जिला कौशल विकास अधिकारी, रायपुर
रायपुर उत्तर-1199-1199-889
रायपुर पश्चिम-1538-1538-1319
रायपुर ग्रामीण-2346-1850-1197
रायपुर दक्षिण-840-840-733 केंद्र द्वारा ही एजेंसियों से अनुबंध किया जाता है, उन्हीं के जरिए भुगतान भी किया जाता है। उनके द्वारा कुल रोजगार का प्रतिशत की स्थिति के आधार पर भुगतान किया जाता है। – केदार पटेल, जिला कौशल विकास अधिकारी, रायपुर