रायपुर में चार बार बड़े होटलों की शादियों में चोरी की घटना हो चुकी है। अब तक एक भी मामले में आरोपी पकड़ में नहीं आए हैं। हर मामले में पुलिस को कुछ सीसीटीवी फुटेज मिलते हैं। इसके बाद भी चोरों का पता नहीं चल पाता है। दरअसल चोरी में ज्यादा माल मिलने के बाद ये सीधे वापस लौट जाते हैं। चूंकि लोकल नहीं होते। इस कारण आसानी से इनका पता नहीं चलता।
उल्लेखनीय है कि 9 दिसंबर को होटल विसलिंग वुड में पोद्दार और अग्रवाल परिवार की शादी थी। इस दौरान सूटबूट में आया चोर दुल्हन के करीब 7 लाख रुपए के जेवरों से भरा बैग पार कर दिया। और आराम से होटल से निकलकर फरार हो गया। मंदिरहसौद पुलिस आरोपी की तलाश में लगी है।
आधे घंटे में किया खेल
चोरी करने वाला होटल में ठहरा नहीं था। वह सूटबूट में सीधे होटल पहुंचा। और शादी के कार्यक्रम स्थल के आसपास थोड़ी देर घूमता रहा। सबका ध्यान मंडप से हटा, उसी बीच बैग लेकर चोर सीधे बाहर निकला। वह बैग लेकर होटल से सीधे बाहर निकला। और मेन रोड में पैदल ही चला गया। जहां तक होटल के सीसीटीवी कैमरे का फोकस दायरा है, वहां तक वह पैदल ही जाते हुए दिखा है। पुलिस को आशंका है कि वह लिफ्ट लेकर गया होगा या किसी बस में या फिर उसका साथी कुछ दूर गाड़ी लेकर इंतजार कर रहा होगा।
होटल, बसस्टैंड, रेलवे स्टेशन में जांच
पुलिस को शक है कि चोर दूसरे राज्य से आया है। इसलिए वह लाखों का गहना चुराते ही सीधे शहर से बाहर निकला होगा। इसलिए पुलिस ने बसस्टैंड और रेलवे स्टेशन के सीसीटीवी कैमरों की जांच की है। इसके अलावा प्रमुख मार्गों में लगे सीसीटीवी कैमरों के फुटेज भी खंगाले जा रहे हैं। देर शाम तक पुलिस को कुछ खास जानकारी नहीं मिल पाई थी।
ऐसे करते हैं वारदात
गिरोह के चोर बड़े होटलों के आसपास ठहरते हैं। और सबसे पहले होटलों में शादी के कार्यक्रमों का पता करते हैं। इसके बाद अच्छे कपड़े पहनते हैं। सूट या अन्य साफ-सुधरे कपड़े, जिससे वे वर या वधु पक्ष के मेहमान नजर आए या फिर होटल के कर्मचारी दिखे। ऐसा हुलिया बनाने के कारण होटल में कोई रोकटोक नहीं करता। इसके बाद कार्यक्रम स्थल और दूल्हा-दुल्हन या उनके खास रिश्तेदारों पर नजर रखते हैं। उनके कमरे या मंडप के आसपास मंडराते हैं। फिर मौका मिलते ही ज्वैलरी-नगदी, मोबाइल जो भी मिले चुरा लेते हैं।
इसका उठाते हैं फायदा
यह गिरोह मेहमानों के बारे में पूछताछ नहीं करने का फायदा उठाते हैं। आमतौर पर होटलों में आयोजित होने वाली शादी में गिनती के मेहमान शामिल होते हैं। इस कारण वर और वधु पक्ष एक-दूसरे की ओर से आने वाले मेहमानों के बारे में ज्यादा पूछताछ नहीं करते हैं। अच्छे कपड़े या सूटबूट में देखकर मान लेते हैं कि किसी न किसी पक्ष का मेहमान है। और होटल वाले भी इसलिए नहीं टोकते हैं कि किसी मेहमान से पूछताछ करने से शादी वाले नाराज न हो जाए।
पहले भी हो चुकी चोरियां
– वर्ष 2016 में होटल ग्रीनवुड 4 सीजन में लक्ष्मी नगर निवासी तारखनाथ मिस्त्री के परिवार की शादी थी। रात में उनके कमरे से लाखों के गहने व मोबाइल पार हो गए थे।
-वर्ष 2018 में विशाखापटनम निवासी हनुमान खेमका की बेटी की शादी रायपुर के एक बड़े होटल हुई। रात में उनके कमरे के लॉकर से लाखों रुपए के गहने पार हो गए थे।
-वर्ष 2018 में ही वीआईपी रोड स्थित बड़े होटल में भाजपा नेता के रिश्तेदार की शादी थी। उस शादी में भी दुल्हन के लाखों रुपए के गहने चोरी हो गए थे। इसके अलावा और भी कई चोरियों होटलों में हुई है।
सीसीटीवी से नहीं आते पकड़ में
होटलों में चोरी करने वाले कई शातिर चोर हैं। उनका सीसीटीवी फुटेज पुलिस को मिलता भी है, लेकिन लोकल नहीं होने के कारण पुलिस उनका वास्तविक ठिकाना आसानी से ढूंढ नहीं पाती है। यही वजह है कि वे आसानी से पकड़ में नहीं आते हैं।
चोरी के पीछे मध्यप्रदेश के कुछ आदतन चोर गिरोह का हाथ होने का शक है। पुलिस इस एंगल से जांच कर रही है। सीसीटीवी कैमरे, आसपास के होटल-लॉज, बसस्टैंड और रेलवे स्टेशनों में जांच की जारी है।
-राजेंद्र कुमार दीवान, टीआई, मंदिरहसौद, रायपुर