सरकारी जमीन को अपना बताकर आधा करोड़ रुपए से अधिक का धोखाधड़ी करने वाले आरोपियों ने एक नकली खरीदार को खड़ा करके मूल खरीदार को अधिक राशि में जमीन बेच दिया था। रकम लेने के बाद रजिस्ट्री भी नहीं कराई थी।
पुलिस के मुताबिक वर्ष 2018 में देवपुरी निवासी राजीव मंडल ने धमतरी में किशोर कुंडला और उसके बेटे विकास राव कुंडला के जरिए गुजरात के पोपट मिहिर से जमीन का सौदा किया था। जमीन धमतरी के मुख्य रोड से लगा हुआ था। उस समय किशोर और उसके बेटे विकास ने सड़क किनारे की सरकारी जमीन को पोपट का निजी जमीन बताया था, जबकि उनकी जमीन दूसरे स्थान पर थी।
दूसरा खरीदार खड़ा कर दिया था झांसा
जमीन देखने के बाद राजीव उसे कम कीमत में खरीद रहा था। यह देखकर किशोर, विकास और पोपट ने मिलकर एक नकली खरीदार प्रशांत चौबे को खड़ा किया और राजीव के सामने बताया कि प्रशांत यह जमीन 50 लाख रुपए में खरीद रहा है। यह काफी कीमती जमीन है।
राजीव उनके झांसे में आ गया और उस जमीन को 52 लाख रुपए में खरीद लिया। पैसा देने के बाद भी आरोपियों ने जब तय समय में जमीन की रजिस्ट्री नहीं कराई, तो राजीव को शक हुआ। उसने जमीन की जानकारी ली, तो वह जमीन सरकारी निकली। इसकी शिकायत पीडि़त ने कोतवाली थाने में की। पुलिस ने किशोर और विकास को पहले ही पकड़ लिया था। आरोपियों ने जमानत ले लिया। मुख्य आरोपी पोपट और प्रशांत फरार थे। पुलिस ने पोपट को गुजरात से गिरफ्तार कर लिया।