कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष व वायनाड सांसद राहुल गांधी शुक्रवार को छत्तीसगढ़ दौरे पर थे। इस दौरान भाजयुमो कार्यकर्ताओं ने उन्हें कई जगह काले झंडे दिखाए थे। इस मामले में पुलिस ने एक दर्जन भाजयुमो कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया था। विधायक विकास उपाध्याय का बड़ा बयान आया था।
उन्होंने कहा था कि भाजपा ने गलत परंपरा की शुरुआत की। राष्ट्रीय नेताओं को काले झंडे दिखाने की शुरुआत भाजपा ने की है लेकिन इसका समापन कांग्रेस पार्टी करेगी। भाजपा का कोई भी नेता छत्तीसगढ़ आएगा तो उसे हम काला झंडा दिखाएंगे। अगले ही दिन शनिवार को केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया (Union Minister Jyotiraditya Sindhiya) का छत्तीसगढ़ दौरा हुआ।
यहां कांगे्रसियों ने तय कार्यक्रम के अनुसार उन्हें काले झंडे (Black Flags) दिखाए। इस बात को लेकर कांग्रेसी व भाजयुमो कार्यकर्ताओं के मध्य विवाद हो गया। इस दौरान भाजयुमो कार्यकर्ताओं ने विधानसभा रोड पर चक्काजाम कर प्रदर्शन किया।
पूर्व मंत्री मूणत की पुलिस अधिकारियों से हुई बहस
विवाद के दौरान पूर्व कैबिनेट मंत्री राजेश मूणत पहुंचे। उन्होंने पुलिस अधिकारियों पर नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि केंद्रीय मंत्री सिंधिया को काले झंडे दिखाने वाले कांग्रेसियों को क्यों गिरफ्तार नहीं किया गया। उन्होंने यह भी कहा कि अपनी गाड़ी होते हुए भी उन्हें कल पैदल आना पड़ा था, आखिर कौन है राहुल गांधी?
पुलिस ने शालीनता से बात करने कहा तो भड़क गए, उन्होंने कहा कि हमने भी 15 साल राज किया है। पुलिस अधिकारियों से बहस के बीच ही पुलिस ने उन्हें व भाजयुमो कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर लिया और विधानसभा थाने ले गई।
पुलिस पर बेरहमी से मारपीट का आरोप
पूर्व कैबिनेट मंत्री राजेश मूणत ने थाने से एक वीडियो जारी किया है। वीडियो में वे कहते दिख रहे हैं कि हमलोग को उठाकर ले आए और पुलिसकर्मियों ने बेरहमी से मारपीट की है। ये गुंडागर्दी शहर में आज चल रही है, देखो बंधुवर, इसके आगे क्या होगा।