बैठक मंगलवार तक चलेगी। डेलीगेट्स को एयरपोर्ट से होटल ले जाने तक थोड़ी-थोड़ी देर के लिए उन मार्गों को बाधित किया जाता रहा। उल्लेखनीय है कि इसमें 50 से ज्यादा विदेशी डेलीगेट्स, अधिकारी और अन्य लोग शामिल होंगे। इसके लिए नवा रायपुर से गुजरने वाले प्रमुख मार्गों की सजावट और आकर्षक पेंटिंग की गई है।
700 पुलिस अधिकारी व जवानों की ड्यूटी रायपुर में पहली बार इतनी बड़ी संख्या में विदेशी नागरिक और अधिकारियों के आने के कारण पुलिस ने भी सुरक्षा में अपनी ताकत झोंक दी है। ट्रैफिक से लेकर एयरपोर्ट और होटल के आसपास सुरक्षा के तगड़े इंतजाम किए गए हैं। सुरक्षा में करीब 700 पुलिस अधिकारी और जवान तैनात हैं। सुरक्षा को लेकर पुलिस के लिए सोमवार से लेकर बुधवार तक तीन दिन काफी चुनौतीपूर्ण रहेंगे। नवा रायपुर के अलावा शहर में रूटीन पुलिसिंग, लॉ एंड आर्डर, वीआईपी मूवमेंट आदि को लेकर भी पुलिस को अलर्ट रहना होगा है। हालांकि जी-20 की बैठक के लिए अधिकांश दूसरे जिलों के बल की ड्यूटी लगाई गई है।
मेहमानों को ये दिया जाएगा तोहफा Foreign delegates reached Raipur for G-20: विदेशी मेहमानों का एयरपोर्ट में प्रख्यात लोकवाद्य संग्राहक और कलाकर रिखी क्षत्रिय के कलाकार समूह ने स्वागत किया। विदेशी मेहमानों को पहले चंदन का टीका लगाया गया और राजकीय गमछा पहनाकर स्वागत किया गया। बैठक में शामिल होने वाले प्रतिनिधियों को चिन्हारी के रूप में बस्तर आर्ट से बनी चिन्हारी, गिफ्ट के रूप में वनोपजों से बने खास उत्पाद, मिलेट्स आदि दिए जाएंगे।
आर्थिक मुद्दों पर होगी चर्चा राजधानी में वैश्विक संगठन जी-20 समिट की फ्रेमवर्क वर्किंग ग्रुप (एफडब्ल्यूजी) की चौथी और अंतिम बैठक 18 व 19 सितंबर को राजधानी के मेफेयर होटल में होगी। इसकी अध्यक्षता भारत सरकार के वित्त मंत्रालय की सलाहकार चांदनी रैना और एचएम ट्रेजरी, ब्रिटेन की मुख्य आर्थिक सलाहकार सैम बेकेट करेंगी। इस बैठक में जी-20 सदस्य राष्ट्रों व आमंत्रित देशों सहित कई अंतरराष्ट्रीय व क्षेत्रीय संगठनों के 65 से अधिक प्रतिनिधि हिस्सा लेंगे।
इस बैठक के दौरान भारतीय रिजर्व बैंक जन भागीदारी कार्यक्रमों की एक श्रृंखला की मेजबानी करेगा। इसमें डिजिटल बैंकिंग व वित्तीय समावेशन पर पैनल चर्चा होगी। इसके साथ ही वित्तीय साक्षरता कार्यक्रम, जी-20 जागरुकता कार्यक्रम, पेंटिंग और नारा-लेखन प्रतियोगिता भी होगी।
छत्तीसगढ़ की कला और संस्कृति से होंगे रूबरू दुनियाभर से आए प्रतिनिधिमंडल छत्तीसगढ़ की कला और संस्कृति को भी देखेंगे। उन्हें पुरखौती मुक्तांगन और नंदनवन जूलॉजिकल गार्डन की भी सैर कराई जाएगी, जहां एक जंगल सफारी, एक जूलॉजिकल पार्क और एक समर्पित बचाव व पुनर्वास केंद्र स्थित है। वहीं, प्रतिनिधि रात्रि भोज पर संवाद और सांस्कृतिक कार्यक्रम में शामिल होंगे। इस दौरान प्रतिनिधि छत्तीसगढ़ के व्यंजनों और सांस्कृतिक समृद्धि का आनंद ले सकेंगे।