धोरीमन्ना के इस हॉस्टल में सब कुछ छात्रावास अधीक्षक की मनमर्जी से ही चल रहा था। विभागीय अधिकारियों तक बात पहुंची तो उन्होंने भी उसे नोटिस दिए। नोटिस को भी वार्डन ने गंभीरता से नहीं लिया तो इस मामले को लेकर प्रशासनिक अधिकारियों को शिकायत की गई। उपखंड अधिकारी धोरीमन्ना राष्ट्रदीप यादव ने जांच कर इसकी पुष्टि की कि शिकायत सही है।
सामाजिक अधिकारिता एवं न्याय विभाग के अधिकारी को भी बुलाकर जांच करवाई गई। जांच रिपोर्ट जिला कलक्टर को प्रेषित की गई। जिला कलक्टर ने इस मामले में सामाजिक अधिकारिता एवं न्याय विभाग जयपुर को पत्र लिख मामले को गंभीर मानते हुए कार्रवाई को कहा है। प्रशासनिक रिपोर्ट के अनुसार वार्डन सांचौर तहसील का रहवासी है और महीनों तक हॉस्टल आने की बजाय सांचौर ही रहता है।
चार्ज किसी और को दिया जांच के बाद हॉस्टल का चार्ज अस्थायी तौर पर अन्य वार्डन को दिया गया है। हॉस्टल वार्डन भगवानाराम चौधरी के खिलाफ कार्रवाई की अनुशंसा की है।- हेमंत खटीक, सहायक निदेशक, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग
शिकायत मिली सही हमें विद्यार्थियों से मिली शिकायत जांच में सही पाई गई। इसको लेकर जिला कलक्टर को रिपोर्ट भेज दी गई है। अनियमितताएं मिली हैं। – राष्ट्रदीप यादव, उपखण्ड अधिकारी धोरीमन्ना