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जुलाई में टीके के अभाव के कारण टीकाकरण की रफ्तार में काफी कम हो गई थी। सेंटर भी कम करने पड़े। कुछ जिलों में टीकाकरण बंद करने की भी नौबत आ गई थी। वर्तमान में कोरोना केस कम होने के बाद लोगों में टीके को लेकर उत्साह कम होने लगा है। जबकि, डॉक्टरों का कहना है कि कोरोना से बचाव के लिए टीका लगवाना जरूरी है। टीके लगने के बाद भी यदि कोई संक्रमित होता है तो अस्पताल जाने की नौबत नही आएगी।यह भी पढ़ें: बड़ी राहत: 65 प्रतिशत से अधिक हर्ड इम्युनिटी, मगर अभी भी नियम से चलना होगा
स्वास्थ्य विभाग के प्रवक्ता डॉ. सुभाष मिश्रा ने कहा, तीसरी लहर में बच्चों के संक्रमित होने की आशंका जताई जा रही है लेकिन घर के बड़े-बुजुर्गों को टीका लगा जाएगा तो यह संभावना काफी कम हो जाएगी। टीका लगने के बाद मौत की संभावना काफी कम रहती है।प्रदेश का आंकड़ों में वैक्सीनेशन (2 अगस्त तक)
कैटेगरी लक्ष्य पहला डोज प्रतिशत दोनों डोज प्रतिशत
हेल्थ वर्कर्स 339732 309315 91 प्रतिशत 245627 72 प्रतिशत
फ्रंटलाइन 293040 317154 शत-प्रतिशत 229594 78 प्रतिशत
45 वर्ष से अधिक 5866599 522886 89 प्रतिशत 1740903 30 प्रतिशत
18-44 वर्ष 13433021 4148961 31 प्रतिशत 165363 1.23 प्रतिशत
सर्वाधिक टीकाकरण वाले 5 जिले
रायपुर-1385420
रायगढ़- 1065931
राजनांदगांव- 797837
दुर्ग- 792395
बिलासपुर- 692040
(कोविन पोर्टल के अनुसार)