बता दें कि इस एफआईआर में भूपेश बघेल के अलावा महादेव ऐप के प्रमोटर सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल समेत 16 अन्य लोगों का नाम शामिल है। चुनाव तारीखों के ऐलान के दूसरे दिन यह मामला उठने से कांग्रेस में खलबली मच गई है।
उल्लेखनीय है कि इसी साल 8 और 30 जनवरी को प्रवर्तन निदेशालय की ओर से राज्य पुलिस को दो रिपोर्ट भेजे जाने के बाद बघेल के खिलाफ मामला दर्ज किया गया। दरअसल, ईडी के रिपोर्ट में कहा गया है कि धन संरक्षण के बदले महादेव ऐप की अवैध गतिविधियों को अनुमति देने के लिए राज्य सरकार के शीर्ष स्तर के पदाधिकारियों की संलिप्तता का खुलासा करता है।