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एनएसयूआई अध्यक्ष ने अपनी शिकायत में आरोप लगाया था कि एआईसीसी अनुसंधान विभाग का कूटरचित लेटरहेड में मनगढ़त बातें लिखाकर पूर्व सीएम रमन, संबित, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा व अन्य ने ट्वीट किया था। इसके अलावा इंटरनेट के अन्य माध्यमों में भी इसे प्रचारित किया गया। इससे आमजन और कांग्रेस कार्यकर्ताओं में आक्रोश है। इससे शांति भंग हो सकती है।बता दें कि कथित लेटरहेड में गंगा में शव बहाने, कोरोना वायरस और पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) को लेकर प्रतिकूल बातें लिखी गईं थी। इस कथित लेटरहेड को भाजपा नेताओं ने सोशल मीडिया ट्विटर में प्रसारित किया था। फिलहाल सिविल लाइन पुलिस ने अपराध दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है।
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रायपुर सिविल लाइन थाना के एसआई मनीष बाजपेयी ने कहा, लिखित शिकायत के आधार पर पूर्व मुख्यमंत्री डॉक्टर रमन सिंह, भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा व अन्य नेताओं के खिलाफ अपराध दर्ज कर विवेचना की जा रही है। इन पर ट्विटर में कांग्रेस के कूटरचित लेटरहेड में मनगढ़त सामग्री प्रसारित करने और पार्टी की छवि को खराब करने का आरोप लगाया गया है।