खुशखबरी: Bhilai Steel Plant में निकली बंपर भर्ती, 10वीं पास से लेकर IIT वाले कर कते है आवेदन
डिंडौरी निवासी जनकदास ने पुलिस अधिकारियों को बताया कि वह 12वीं तक पढ़ा है और पेंटर का काम करता है। 2013 में उसकी पहचान कवर्धा निवासी प्रकाश दास और श्रवण कुमार से हुई थी। दोनों ने उसे बताया कि रायपुर में एक व्यक्ति ने इंडियन अल्टरनेटिव मेडिकल कालेज खोला है और पैसा लेकर डिग्री देता है। उनके कहने पर पीड़ित रायपुर आया और पंडरी स्थित इंडियन अल्टरनेटिव मेडिकल कालेज गया। कॉलेज में उसकी मुलाकात शैलेंद्र ग्वालरे से हुई। शैलेंद्र ने अपना परिचय कॉलेज का डायरेक्टर बताया और प्रकाश दास और श्रवण कुमार से पैसे लेकर एक साल बाद डिग्री दे दी। जनकदास ने उस दौरान पैसे ना होने की बात कही और शैलेंद्र का नंबर लेकर अपने साथ चला गया। 40 हजार रुपए इकट्ठा करके जनकदास ने शैलेंद्र को फोन लगाया और डिग्री देने की बात कही।
शैलेंद्र ने 60 हजार में डिग्री देने की बात कही, लेकिन पीड़ित ने 40 हजार रुपए पास में होने की बात कही तो आरोपी ने रायपुर बुलाकर उससे पैसे ले लिए। पैसे देने के कुछ माह बाद पीड़ित को पता चला कि आरोपी डायरेक्टर फर्जी डिग्री दे रहा है। जनकदास ने आरोपी को फोन किया तो उसका नंबर बंद था। नवम्बर में पीड़ित मध्यप्रदेश से रायपुर आया और पुलिस महकमे के अधिकारियों को घटना की शिकायत की। पीड़ित की शिकायत पर पुलिस ने जांच की और आरोपी को दुर्ग से गिरफ्तार करने के बाद मंगलवार की शाम को केस दर्ज किया है।
देर रात घर नहीं पहुंचा पति तो ढूढ़ने निकली पत्नी, लोगों ने बताया डॉक्टर साहब स्वीमिंग पूल में डूब गए
रायपुर में आरोपी ने की दर्जनों से ठगीपीड़ित ने पुलिस को बताया कि आरोपी ने रायपुर में रहने वाले सुनीता उपाध्याय और सुरेखा गोस्वामी समेत दर्जनों लोगों को फर्जी डिग्री दी है। आरोपी डायरेक्टर से फर्जी डिग्री बनाने वाले लोगों से भी पुलिस मामलें में पूछताछ करेगी।
मां के बैंक अकाउंट से गायब थे पैसे, देने लगी थाने जाने की धमकी तभी बेटे ने उठा लिया ये आत्मघाती कदम
वर्जनडिडौंरी निवासी युवक ने इंडियन अल्टरनेटिव मेडिकल कालेज के डायरेक्टर पर पैसे लेकर फर्जी डिग्री देने का आरोप लगाया है। डायरेक्टर को दुर्ग से गिरफ्तार किया और उससे पूछताछ की जा रही है।
प्रफुल्ल ठाकुर, एएसपी, रायपुर
Click & read More Chhattisgarh News.