राहुल और प्रियंका से रमन ने पूछा, हाथरस कांड पर जताया दुख लेकिन केशकाल गैंगरेप पर चुप क्यों एक शिक्षाकर्मी फर्जी अंकसूची और अनुभव प्रमाण पत्र के जरिए 12 साल से नौकरी कर रहा था। इसका खुलासा होने पर पुलिस ने आरोपी के खिलाफ अपराध दर्ज किया है। आरोपी ने अपने एक दोस्त को भी नौकरी लगाने का झांसा दिया था और उससे साढ़े तीन लाख रुपए ले लिए थे। लेकिन उसकी नौकरी नहीं लगाई और न ही पैसा वापस किया। इसके बाद पूरे मामले का खुलासा हुआ।
अभिभावकों ने फीस को लेकर DEO, कलेक्टर, शिक्षा मंत्री लेकर CM से की शिकायत, लेकिन सब मौन पुलिस के मुताबिक ग्राम रजकट्टी फिंगेश्वर निवासी थानूराम साहू की भेखलाल साहू से जान-पहचान थी। भेखलाल शिक्षाकर्मी वर्ग-3 के रूप में पदस्थ है। उसने थानूराम को भी सरकारी नौकरी लगवा देने का आश्वासन दिया था। इसके एवज में पिछले साल भेखलाल ने 3 लाख 50 हजार रुपए लिया था। और उसे अपनी ऊंची पहुंच का हवाला देकर नौकरी लगाने का आश्वासन दिया।
Marwahi Bypoll: प्रत्याशी को लेकर कांग्रेस, BJP को जोगी कांग्रेस के फैसले का इंतजार थानूराम ने पैसे दे दिया, लेकिन उसकी नौकरी नहीं लगी। और न ही भेखलाल ने पैसे वापस किए। इसके बाद थानूराम ने भेखलाल के बारे में विभिन्न स्त्रोतों से जानकारी निकाली। इससे खुलासा हुआ कि भेखलाल खुद ही फर्जी अंकसूची और अनुभव प्रमाण पत्र के आधार पर नौकरी कर रहा है। इसकी शिकायत उसने आरंग थाने में की। पुलिस ने मामले की पूरी जांच के बाद आरोपी भेखलाल के खिलाफ धोखाधड़ी का अपराध दर्ज कर लिया है। आरोपी की तलाश में पुलिस जुट गई है।