यह भी पढ़ें :
राइस मिल में घुसकर डकैतों ने की मुंशी की पिटाई, फिर पिकअप में भरकर ले गए 250 बोरा धान, 7 गिरफ्तार आयोजन में विशिष्ट अतिथि डॉ. नीता वाजपेई ने प्रकृति के अनुरूप जीवन शैली धारण करने, प्लास्टिक और सिंगल यूज प्लास्टिक के न्यूनतम उपयोग करने का आग्रह किया। गोपाल आर्य, राष्ट्रीय संयोजक पर्यावरण संरक्षण ने भारतीय संस्कृति की परम्परा में नदियों को मां समान सम्मान देने, पेड़ों में भी जीवन की धारणा और उनका संरक्षण करने जैसे मूल्यों पर चर्चा की।
यह भी पढ़ें :
साथियों की बर्खास्तगी से नाराज सरगुजा जिले के 105 स्वास्थ्य कर्मचारियों ने स्वास्थ्य मंत्री को भेजा सामूहिक त्याग पत्र कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे प्रो एसके पाण्डेय, पूर्व कुलपति पंडित रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय ने स्वच्छता को लेकर अपनी चिंता व्यक्त करते हुए प्लास्टिक पालीथीन सहित सभी प्रकार के कचरों का उचित निपटान कर शहर को स्वच्छ रखने की बात की। संगोष्ठी का संचालन धीरेंद्र मिश्रा ने किया।
यह भी पढ़ें :
गैरमर्द के साथ पत्नी को देख पति लगाने लगा फांसी तो बेटों ने बचाई जान, कुछ देर बाद बड़े बेटे ने लगा ली फांसी पर्यावरण संगोष्ठी में दुर्गा महाविद्यालय के राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयंसेवक छात्रों ने एक नाटक के द्वारा पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया। कार्यक्रम में विद्यालय, महाविद्यालय एवं संस्थानों को पौधा स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। संगोष्ठी में रायपुर महानगर के प्रबुद्धजन, गणमान्य नागरिकों के अलावा पर्यावरण संरक्षण गतिविधि से नरेन्द्र उपाध्याय, महादेव, छबि साहू एवं सुषमा उपस्थित रहीं।