ED Raid In CG: चार्जशीट में कवासी लखमा के नाम का उल्लेख
यह कार्रवाई कवासी लखमा के रायपुर में मंदिरहसौद के पास धरमपुरा, सुशील ओझा के चौबे कॉलोनी, सुकमा में हरीश लखमा, राजू साहू, ठेकेदार मेसर्स रामशरण सिंह भदौरिया और धमतरी में ठेकेदार रामभुवन सिंह का ठिकाना शामिल है। शनिवार की सुबह करीब 8 बजे एक साथ सभी ठिकानों में दबिश दी गई है। छापेमारी के दौरान धरमपुरा स्थित कवासी सहित सुकमा में सभी लोग घर पर मिले। उनकी उपस्थिति में तलाशी की गई। बताया जाता है कि जांच के दौरान लेनदेन एवं आय व्यय के दस्तावेज, प्रॉपर्टी, निवेश, बैंक ट्रांजेक्शन और इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस मिले हैं। इसे जांच के लिए जब्त किया गया है। बता दें कि ईडी द्वारा स्पेशल कोर्ट में पेश की शराब घोटाले की चार्जशीट में कवासी लखमा के नाम का उल्लेख किया गया है।
ईओडब्ल्यू एफआईआर कर जांच कर रही
इसमें बताया गया है कि शराब घोटाले के सिंडीकेट में शामिल लोगों की भूमिका और सभी तक पहुंचने वाले हिस्से का ब्यौरा है। इसका किंगपिंन अनवर ढेबर को बताया गया है। वहीं घोटाले के प्रमुख साजिशकर्ता के रूप में पूर्व आईएएस अनिल टुटेजा, आबकारी विभाग के तत्कालीन विशेष सचिव ए.पी. त्रिपाठी सहित अन्य लोगों के नाम शामिल किए गए हैं। उक्त सभी के खिलाफ ईडी के साथ ही ईओडब्ल्यू एफआईआर कर जांच कर रही है। यह भी पढ़ें
ED Raid: निकाय चुनाव से पहले ED की बड़ी कार्रवाई, विधायक कवासी लखमा के बेटे के घर छापा
6 बार के विधायक: पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार में आबकारी मंत्री रह चुके कोंटा निवासी कवासी लखमा 6 बार के विधायक रहे चुके हैं। उनके ही कार्यकाल में छत्तीसगढ़ में सबसे बड़ा शराब घोटाला हुआ। इसे लेकर पूर्व आईएएस अनिल टुटेजा, आईटीएस अफसर एपी त्रिपाठी, अनवर ढेबर, अरविंद सिंह, त्रिलोक सिंह ढिल्लन के साथ ही नकली होलोग्राम मामले में दिल्ली पांडेय, विश्वजीत राय सहित दर्जन भर लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है।सुरक्षा के बीच तलाशी
ED Raid In CG: सुकमा में छापे की कार्रवाई के दौरान किसी तरह की आपातस्थिति से निपटने के लिए बड़ी संख्या में सीआरपीएफ के जवानों को तैनात किया गया था। साथ ही आसपास के इलाके में लोगों की आवाजाही पर प्रतिबंध लगाया गया था। हालांकि छापे की जानकारी मिलने पर बड़ी संख्या में हरीश और राजू के समर्थक पहुंचे थे। लेकिन, कार्रवाई के दौरान तैनात फोर्स ने उन्हें प्रवेश नहीं करने दिया। वहीं हरीश और राजू को घर में बिठाकर पूछताछ कर बयान लिया गया है। दस्तावेजों की जांच: ईडी ने तलाशी के दौरान शराब घोटाले और रकम के ट्रांजेक्शन से संबंधित दस्तावेजों की जांच की। साथ ही इसके संबंध में पूछताछ कर बयान दर्ज किया गया है। उनके लैपटॉप तथा कम्प्यूटर हार्ड डिस्क की जांच की है। चौबे कॉऌलोनी में ईडी की टीम छापा मारने पहुंची, उस दौरान सुशील ओझा अपने घर पर उपस्थित नहीं थे।