ऐसे में निगम प्रशासन के सामने सड़कें सुधारने की चुनौती है। इस मामले में निगम के अधिकारियों का दावा है कि दशहरा तक सड़कों का डामरीकरण हो जाएगा। क्योंकि 15वें वित्त आयोग से 8 करोड़ की स्वीकृति हो चुकी है। इसलिए डामरीकरण का काम नहीं रुकेगा।
यह भी पढ़ें
कांग्रेस-भाजपा में 5 साल बनाम 15 साल की सियासत तेज
सड़क खुदाई का सिलसिला अभी रुका नहीं है। चुनाव आचार संहिता लगने के साथ ही शहर के लोग इस पेसोपेश में हैं कि सड़कों का डामरीकरण होगा या नहीं। क्योंकि उन्हें घर से निकलते ही धक्के खाने पड़ रहे हैं। कमोबेश ऐसी हालत सभी सड़कों की हो चुकी है। महिला थाना चौक के दोनों तरफ कालीमाता मंदिर और कालीबाड़ी चौक तरफ दो मिनट रुकना मुश्किल होता है। वाहनों की आवाजाही से धूल का गुबार नाक-मुंह में भर जाती है। कटोरा तालाब चौक को खोदकर छोड़ दिया गया है। पुरानी बस्ती रोड दोनों तरफ खोदी जा चुकी है। मालवीय रोड और सदर बाजार सड़क के खुदाई वाले दायरे को ठीक से भरा नहीं गया। नेताओं को जनता के आक्रोश का भी बढ़ा खतरा चुनावी बिगुल बज चुका है। अब कुछ ही दिनों में कांग्रेस और भाजपा के प्रत्याशी चुनाव प्रचार में निकलेंगे। लोगों के सामने वोट के लिए हाथ जोड़ते हुए जनसंपर्क करेंगे। इस दौरान उन्हें बाजारों में व्यापारियों और कॉलोनी, मोहल्लों में आम जनता के आक्रोश का भी सामना पड़ेगा। क्योंकि सभी सड़कें बदहाल हैं।
यह भी पढ़ें
अग्रसेन जयंती महोत्सव का आगाज, गूंजा… हारे को सहारा खाटू श्याम हमारा
आचार संहिता में चलेगा सुधारने का काम स्मार्ट सिटी और नगर निगम दोनाें मिलकर सड़कें सुधारने का दावा कर रही हैं। अधिकारियों के अनुसार आचार संहिता लगने से पहले ही डामरीकरण की स्वीकृति हो चुकी है, इसलिए चुनावी सरगर्मी के बीच ये काम चलेगा। इसके लिए नगर निगम 15वें वित्त आयोग के फंड से सभी जोनों को मंजूरी दी है। इसके अलावा शास्त्री चौक से तेलीबांधा तक भूमिपूजन हो चुका है। वीआईपी रोड के डामरीकरण का काम चल रहा है। जो बारिश के कारण बंद हो गया था। किसी नए कार्य का न तो भूमिपूजन और न ही टेंडर जारी होगा। शहर की सड़कों के डामरीकरण के लिए 8 करोड़ की स्वीकृति जोनों को दी जा चुकी है। यह काम एक सप्ताह के दौरान तेजी से चलेगा। त्योहार में लोगों को दिक्कत नहीं होगी। -अभिषेक अग्रवाल, अपर आयुक्त निगम