अब तक 22 राइस मिल संचालकों ने 2335.64 मीट्रिक टन धान का ही उठाव खरीदी केंद्रों से किया है। अब सोमवार से धान खरीदी केंद्रों में धान उठाव तेज होगा। शनिवार को मुख्यमंत्री विष्णु देव साय से हुई चर्चा के बाद राइस मिल एसोसिएशन ने धान का उठाव करने का फैसला लिया है।
Dhan Kharidi: किसानों को 6807 करोड़ 82 लाख करोड़ का भुगतान
इस खरीफ वर्ष के लिए 27.68 लाख
किसानों ने धान बेचने के लिए पंजीयन कराया था। इसमें 1.45 लाख नए किसान शामिल हैं। इस वर्ष 2739 उपार्जन केन्द्रों के माध्यम से 160 लाख मीट्रिक टन धान खरीदी अनुमानित है। राज्य में अब तक 6.80 लाख किसानों ने अपना धान बेचा है।
इसके एवज में किसानों को बैंक लिंकिंग व्यवस्था के तहत 6807 करोड़ 82 लाख रुपए का भुगतान किया गया है। धान खरीदी का यह अभियान 31 जनवरी 2025 तक चलेगा। वहीं राज्य सरकार धान उपार्जन केन्द्रों में शिकायत एवं निवारण के लिए हेल्प लाइन नंबर जारी किए है, जिसका नं. 0771-2425463 है। धान बेचने वाले कोई भी
किसान इस हेल्पलाइन नम्बर पर फोन कर अपनी समस्याओं का समाधान कर सकता है।
धान खरीदी केन्द्रों में 72,194 गठान बारदाना उपलब्ध
समर्थन मूल्य पर धान उपार्जन के लिए कुल 4 लाख गठान नए बारदानों की आवश्यकता है, जिसके विरूद्ध 3.51 लाख नए बारदानें प्रदेश को प्राप्त हो गए हैं। शेष बारदानें आगामी 15 से 20 दिवसों में प्राप्त हो जाएंगे। अभी तक धान उपार्जन में पीडीएस बारदाने 32392 गठान, मिलर बारदानें 23078 गठान, किसान बारदानें 10176 गठान उपयोग किए जा चुके हैं। उपार्जन केन्द्रों में पीडीएस बारदाने 18985 गठान, मिलर बारदानें 54209 गठान उपयोग के लिए उपलब्ध है। इसके अलावा यदि किसान अपने बारदाने में
धान ला रहा है, तो इसके एवज में किसान को 25 रुपए प्रति नग के हिसाब से भुगतान किया जा रहा है। किसानों को भुगतान के लिए सरकार ने अपेक्स बैंक को 11 करोड़ 23 लाख रुपए जारी कर दिए हैं।