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रायपुर

कृषि विस्तार अधिकारी का पता नहीं, कृषि मित्र निपटा रहे सभी काम

क्षेत्र के किसानों ने बताया कि कृषि विस्तार अधिकारी फसलों की निरीक्षण व किसानों की समस्या को जानने गांवों में नही पहुंचते। उनका कागजी काम को पूरा कृषि मित्र करके देते हैं। शासन से मिलने वाले योजनाओं का लाभ किसानों तक नही पहुंच रहा है।

रायपुरSep 30, 2022 / 04:32 pm

Gulal Verma

कृषि विस्तार अधिकारी का पता नहीं, कृषि मित्र निपटा रहे सभी काम

फिंगेश्वर/कोपरा। अंचल में इन दिनों गर्भावस्था व बालियां निकलते ही धान फसल में पत्तीमोड़ व भूरा माहो का प्रकोप होने से किसान चिंतित हैं। किसान फसल बचाने महंगी कीटनाशक दवाओं का छिडक़ाव कर रहे हैं, लेकिन इसका प्रभाव नहीं पड़ रहा है। हालांकि हाल ही में हुई बारिश फसलों के लिए रामबाण सिद्ध हुआ है। फसल में लगे तनाछेदक, शीत ब्लास्ट कम हुआ है, लेकिन पत्ती मोड़ व भूूूरा माहू जैसी बीमारियां फसलों का भारी नुकसान पहुंचा रहे हैं। अत्यधिक कीटनाशक छिडक़ाव के कारण फसल की लागत दुगुनी हो गई है। लागत के हिसाब से किसानों का उत्पादन की उम्मीद है। कहीं-कहीं पर धान की बालियां भी निकल आई हैंं।
दवाई छिडक़ाव कर रहे किसान प्रभु सोनकर ने बताया कि पत्तीमोड़ व भूरा माहो का फसल पर प्रभाव काफी तेज गति से बढ़ रहा है। जिससे निजात पाने के लिए महंगी दवाइयों का छिडक़ाव किया जा रहा है। दूसरी ओर खेतों में अनचाहे उग आए खरपतवार इत्यादि को भी निकालने में लगे हुए हैं।
फसलों का निरीक्षण नहीं कर रहेअधिकारी
क्षेत्र के किसानों ने बताया कि कृषि विस्तार अधिकारी फसलों की निरीक्षण व किसानों की समस्या को जानने गांवों में नही पहुंचते। उनका कागजी काम को पूरा कृषि मित्र करके देते हैं। शासन से मिलने वाले योजनाओं का लाभ किसानों तक नही पहुंच रहा है। वहीं, कृषि विभाग द्वारा ब्लाक के ग्राम गुंडरदेही, रावड़, रोहिना, देवरी, जेंजरा में जिंक राइस 50 हेक्टेयर व सुगंधित धान 100 हेक्टेयर रकबा में लगाया गया है। सुगंधित धान का बीज किसानों को वितरित तो किया गया, लेकिन कई कसानों ने उक्त योजना से मिले धान बीज का रोपण नहीं किया है। जिसका विभाग को कोई जानकारी नहीं है। जानकारी मिली है कि कुछ किसान आधे रकबे में तो कुछ किसान उस धान को बोए ही नहीं है। वहीं जिन किसानों ने उक्त योजना से जिंक राइस धान लगाए हैं, उन्हें अब तक विभाग की ओर से कीटनाशक दवाई प्राप्त नहीं मिली है। मजबूरी मेंं बाजार से महंगी दवाई किसान खरीद रहे हैं।

सुगंधित धान में विभाग की ओर से कीटनाशक दवाई उपलब्ध कराए जाने की योजना नहीं है। लेकिन, जिन किसानों ने जिंक राइस धान बोए हैं, उन्हें विभाग की ओर से कीटनाशक दवाई उपलब्ध कराया जाना है। जिसके लिए ब्लॉक के सभी कृषि विस्तार अधिकारियों को दवाई दी जा चुकी है।
– बी. आर. साहू, वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी

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