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व्यवस्था दुरुस्त करें नगर निगम के गेट के सामने टैंकर बंद करो, नलों से भरपूर पानी दो के नारे लगाते हुए मटका फोड़कर कड़ा विरोध दर्ज कराया। साथ ही 10 दिन में पेयजल आपूर्ति दुरुस्त करने का अल्टीमेटम निगम प्रशासन को दिया है। शाम साढ़े सात बजे निगम आयुक्त के आने पर उन्हें ज्ञापन सौंपा। भीषण गर्मी में पेयजल संकट को लेकर भाजपा पार्षद दल का यह सबसे बड़ा प्रदर्शन था। क्योंकि कहीं अमृत मिशन योजना के नलों में एक वक्त पानी मिल रहा है। (Raipur News in Hindi) हाथों में तख्तियां और मटके लेकर पार्षदों के साथ सैकड़ों महिलाएं पहुंचीं और दोनों टाइम पानी देने के लिए आवाज बुलंद की। निगम के सामने प्रदर्शन दोपहर 12 बजे से शुरू हुआ। करीब 3 घंटे तक प्रदर्शन के बाद आयुक्त को ज्ञापन सौंपने के लिए अड़े रहे। इस दौरान अपर आयुक्त विनोद पांडेय को भेजा गया, परंतु उन्हें बैरंग लौटा दिया गया। भाजपा पार्षद दल निगम आयुक्त मयंक चतुर्वेदी को बुलाने पर अड़ा रहा। जब वे शाम साढ़े सात बजे आए तो उन्हें ज्ञापन सौंपकर व्यवस्था दुरुस्त करने की मांग की।
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अलग-अलग क्षेत्रों से लगे रैली में पहुंचे आजाद चौक, गांधीनगर और खम्हारडीह तरफ के लोग रैली के रूप में पहुंचे। धरना-प्रदर्शन को नेता प्रतिपक्ष मीनल चौबे, पूर्व सभापति प्रफुल्ल विश्वकर्मा, संजय श्रीवास्तव, शहर जिला भाजपा अध्यक्ष जयंती भाई पटेल ने संबोधित करते हुए शहर के 70 वार्डो में सुबह-शाम पर्याप्त पीने का पानी नहीं मिलने पर नाराजगी व्यक्त किया। (Chhattisgarh News) इस दौरान भाजपा पार्षद दल के प्रवक्ता मृत्यंजय दुबे ने अमृत मिशन योजना में भारी भ्रष्टाचार होने का आरोप लगाया। खम्हारडीह थाने के पास खाली जगह में पानी टंकी बनाने की मांग की गई। यह भी पढ़ें
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जलापूर्ति चौपट, गड्ढापुर में तब्दील रायपुरनेता प्रतिपक्ष मीनल तथा जिलाध्यक्ष जयंती पटेल सहित भाजपा नेताओं ने कहा कि शहर में जल आपूर्ति चौपट है। दावे टैक्र मुक्त के किए जाते रहे और लाखों में लाखों रुपए के टैंकर खरीदी महापौर परिषद कर रही है। (Chhattisarh news update) यह उनके असली चेहरा को उजागर करता है। चौबे ने कहा कि 500 करोड़ रुपए से अधिक राशि अमृत मिशन में खर्च की जा रही है, लेकिन लोगों को पानी नहीं मल रहा है। रायपुर गढ्ढापुर में बदल चुका है। 17 पानी टंकी पूर्व में बनी है 14 टंकी अभी बनी है कुल 43 टंकियों से कौन से एरिया में कहां जलापूर्ति करनी है आज तक निगम के अधिकारी निर्णय नहीं कर पाए हैं।.