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CG Vyapam : 12वीं पास विद्यार्थियों के लिए निकली बम्पर भर्ती, इतने तक मिलेगी सैलरी, जल्द करें अप्लाई नहीं तो… वरिष्ठ पत्रकार रामअवतार तिवारी के परिवारवालों ने पद यात्रियों की आरती उतार और तिलक लगाकर स्वागत किया। पदयात्रा का पहला पड़ाव दूधाधारी मठ रहा, जहां महंत रामसुंदर दास से पदयात्रियों ने मुलाकात की और उनसे कुछ देर चर्चा की। इस दौरान कुछ दूर तक यात्रा में महंत रामसुंदर दास भी शामिल हुए। नंदकिशोर शुक्ल ने कहा कि छत्तीसगढ़ी आधिकारिक रूप से राज्य की राजभाषा है। सरगुजा से बस्तर तक छत्तीसगढ़ी राज्यवासियों के लिए संपर्क भाषा है। राज्य में छत्तीसगढ़ी के बाद 4 प्रमुख भाषा है। गोंडी, हल्बी, सरगुजी और कुंड़ुख़। हमारी मांग है कि पहली से पांचवीं तक पढ़ाई अनिवार्य रूप से छतीसगढ़ी और छत्तीसगढ़ की अन्य मातृभाषा में पूर्ण माध्यम के साथ हो।
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सावन 2023 : कंधों पर कावड़ लेकर पहुंचे महादेवघाट, कालाहांडी के कलाकारों को देखने के लिए उमड़ी भीड़ हमारा पूर्ण समर्थन है महंत रामसुंदर दास ने कहा कि छत्तीसगढ़ी हमारी माई भाषा है। सरकार की ओर से महतारी भाषा को आगे बढ़ाने का काम किया जा रहा, लेकिन जो मांग आप लोगों की ओर से आई है, मैं इसका पूर्ण समर्थन करता हूं। पदयात्रा में वरिष्ठ पत्रकार मनोज सिंह बघेल, समरेंद्र शर्मा, डॉ. वैभव बेमेतरिहा सहित इलेक्ट्रॉनिक और प्रिंट मीडिया के कई पत्रकार, लोक गायिका जोशी बहनें, डॉ. पुरुषोत्तम चंद्राकर, एमए छत्तीसगढ़ी छात्र संगठन के ऋतुराज, संजीव और हितेश प्रमुख से शामिल हुए।