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सिस्टम की खामियां
जांच रिपोर्ट देर से आ रही है। समय पर इलाज नहीं मिल पा रहे। अस्पतालों में ऑक्सीजनयुक्त बेड की भारी कमी है। आईसीयू, वेंटिलेटर समय पर नहीं मिल रहे। मरीजों की लंबी वेटिंग है। सरकार मान रही है कि 1000 आईसीयू और 6 हजार ऑक्सीजनयुक्त बेड की आवश्यकता है। स्थिति यह है कि मरीज को लेकर परिजन एक से दूसरे, दूसरे से तीसरे अस्पताल भटक रहे हैं। अस्पतालों के बाहर दिन-रात खड़े हैं, मगर बेड नहीं है।
9 दिन में अस्पताल की चौखट पर इतनी मौतें
13 अप्रैल- 4, 14 अप्रैल- 5, 15 अप्रैल- 11, 16 अप्रैल- 13, 17 अप्रैल- 5, 18 अप्रैल- 10, 19 अप्रैल- 17, 20 अप्रैल- 19, 21 अप्रैल- 4, कुल- 88 मौतें
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लापरवाही न बरतें
केस-1, होम आईसोलेशन में मौत- 21 अप्रैल को लक्ष्मण नगर रायपुर निवासी 45 वर्षीय महिला होम आईसोलेशन में थी। अचानक से तबीयत बिगड़ी और घर पर ही उनकी मौत हो गई। वे सिर्फ कोरोना संक्रमित थीं।