महिला थाना टीआई योगिता खापर्डे ने बताया कि एक वर्ष पहले आरोपी रिजवान खान (34 वर्ष) ने पीड़िता से शादी की जबकि वह शादीशुदा था और अपनी पहली पत्नी से तलाक भी नहीं लिया था। झांसा देकर पीड़िता से दूसरा निकाह कर लिया। बाद में उससे 50 हजार रुपए नकद और सोने के जेवर की मांग करने लगा। पीड़िता ने जब असमर्थता जताई तो उसे शारीरिक और मानसिक रूप से प्रताड़ित करने लगा।
शिकायत पर महिला पुलिस ने काउंसलिंग के बाद रिजवान के खिलाफ धारा 498 ए, 34 के तहत अपराध दर्ज किया। यह मामला कोर्ट में अभी विचाराधीन है। इसके बाद रिजवान ने फोन पर तीन बार तलाक बोलकर नाता तोड़ लिया। पीड़िता ने साक्ष्य के तौर पर मोबाइल फोन पर हुई बातचीत की सीडी और डाक से भेजा वह पत्र पुलिस को सौंपा है जिसमें तीन बार तलाक बोलने का जिक्र है।
वर्जन
रिपोर्ट के आधार पर अपराध दर्ज किया गया है। जांच में साक्ष्य की जब्ती की गई है। आरोपी के खिलाफ पूर्व में दहेज प्रताडऩा का केस दर्ज था। उसी केस में मुस्लिम महिला विवाह संरक्षण अधिनियम -2019 की धारा 4 को जोड़ा गया है।
प्रज्ञा मेश्राम, एएसपी, आईयूसीएडब्ल्यू
रिपोर्ट के आधार पर अपराध दर्ज किया गया है। जांच में साक्ष्य की जब्ती की गई है। आरोपी के खिलाफ पूर्व में दहेज प्रताडऩा का केस दर्ज था। उसी केस में मुस्लिम महिला विवाह संरक्षण अधिनियम -2019 की धारा 4 को जोड़ा गया है।
प्रज्ञा मेश्राम, एएसपी, आईयूसीएडब्ल्यू