4 दिसंबर को पत्नी के साथ मिलकर उसका बर्थडे मनाया था। इसके बाद से वह घर में ही था। 13 दिसंबर को उसने मनेंद्रगढ़ लौटने के लिए ट्रेन का टिकट लिया था। लेकिन वह नहीं जा पाया। फिर रात करीब 10 बजे संध्या के साथ उसका विवाद हो गया। नाराज होकर उसने सब्जी काटने के चाकू उसका गला रेतने की कोशिश की। इससे डरकर संध्या अपनी बेटी को लेकर पड़ोसी के घर चली गई।
कुछ देर बाद राजा ने घर का दरवाजा भीतर से बंद कर दिया और खुद पर आग लगा लिया। इसकी सूचना मिलने पर खमतराई थाने के सिपाही विकास सिंह और हेमंत गिलहरे पहुंचे। राजा को बचाने के लिए मकान के भीतर गए। उसी समय घरेलू गैस सिलेंडर में जोरदार विस्फोट हुआ। पूरे कमरे में आग फैलते हुए गली तक फैल गई। इससे दरवाजे के पास मौजूद दोनों सिपाही, पड़ोसी चेतन, विक्रम और मकान मालिक प्रशांत बेहरा की बालिका भी झुलस गई।
भीतर मिली जली हुई लाश
भीषण की सूचना पर फायर ब्रिगेड की दो गाड़ियां मौके पर पहुंची। आसपास के लोगों को मकान खाली कराया गया। इसके बाद आग को बुझाया गया। इसके बाद भीतर राजा की जली हुई लाश मिली। मौके पर खमतराई पुलिस और अधिकारी मौके पर पहुंची। मृतक के शव को पीएम के लिए भेजा गया। शनिवार को उसका पीएम नहीं हो पाया। दरअसल मृतक के रिश्तेदार
रायपुर नहीं पहुंच पाए। इससे पंचनामा की प्रक्रिया पूरी नहीं हो पाई है। रविवार को पोस्टमार्टम होगा। फिर अंतिम संस्कार किया जाएगा।
दो सिलेंडर फटे, दहशत में लोगों घर किया खाली
आगजनी से राजा और उसके घर से लगे मकानों में रहने वालों में हड़कंप मच गया। कमरे में दरअसल दो सिलेंडर थे और दोनों जलकर ब्लास्ट हो गए। इससे पूरा घर और आसपास की चीजें भी जल गईं। लोग अपने घर को छोड़कर भागने लगे। राजा सेकंड लोर में रहता था। उसके ऊपर वाले लोर में प्रशांत अपने परिवार के साथ था। आगजनी देखकर प्रशांत अपने परिवार के साथ बाहर निकल रहा था। इसी दौरान उनकी 8 साल की बेटी का पैर आग की चपेट में आ गया। सभी झुलसे लोगों का इलाज डीकेएस में चल रहा है।
मृतक के खिलाफ अपराध दर्ज
मृतक राजा के खिलाफ खमतराई पुलिस ने धारा 326 जी और 109 के तहत अपराध दर्ज किया है। उसने अपनी पत्नी पर जानलेवा हमला किया और फिर खुद पर आग लगा लिया था। बताया जाता है कि मृतक का भनपुरी में कार ऐसेसीरिज का कारोबार था। दुकान बंद होने के बाद वह अपने बेटे के साथ मनेंद्रगढ़ चला गया। रायपुर में उसकी पत्नी और बेटी के साथ प्रशांत बेहरा के मकान में रहती थी। राजा अपनी बेटी का जन्मदिन मनाने आया था। इसके बाद वह पत्नी और बेटी को अपने साथ ले जाने के लिए रूका था। इसी के चलते शुक्रवार की 7 बजे उसकी ट्रेन थी, लेकिन वह स्टेशन नहीं गया। घर पर ही रूका था। हालांकि पुलिस का दावा है कि वह मानसिक रूप से कमजोर था। उसका झारखंड में इलाज भी चला है। उसकी पत्नी का विस्तृत बयान नहीं हो पाया है। इस कारण विवाद की वजह का खुलासा नहीं हो पाया है।