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बता दें कि राज्य ने सिर्फ इसलिए कोवैक्सीन के इस्तेमाल पर प्रतिबंध लगा रखा था क्योंकि इसके ट्रायल के तीसरे चरण के नतीजे नहीं आए थे, जो अब आ चुके हैं। राज्य टीकाकरण अधिकारी डॉ. अमर सिंह ठाकुर ने ‘पत्रिका’ से बातचीत में इसकी पुष्टि करते हुए कहा है कि हमने कोवैक्सीन के इस्तेमाल को लेकर तैयारियां शुरू कर दी हैं।यह भी पढ़ें: कोरोना वायरस ने बदली प्रकृति और प्रवृत्ति, रिसर्च से पता चलेगा कितना शक्तिशाली है ये
नए प्रावधान इस प्रकार हैं
1- लाभार्थियों के पास कोवैक्सीन और कोविशील्ड, दोनों के विकल्प होंगे। वे जो चाहें वैक्सीन लगवा सकते हैं।
2- अब कोवैक्सीन लगाने से पहले किसी भी प्रकार के सहमति-पत्र के भरने की आवश्यकता नहीं होगी क्योंकि कोवैक्सीन के नतीजों को कोविशील्ड के बराबर मान लिया गया है।