इसमें बताया गया है कि माइनिंग ट्रांसपोर्ट, परिवहन तथा उत्खनन में भ्रष्टाचार कर 564 करोड़ रुपए की अवैध वसूली की गई है। इस सिंडीकेट में शामिल सभी लोगों ने मनी लॉन्ड्रिंग के जरिए रकम का हस्तांतरण किया। जांच के दौरान मिले साक्ष्य के आधार पर परिवाद प्रस्तुत किया गया है।
money laundering : मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप में इसके पहले भी आईएएस अफसर समीर विश्नोई सहित राज्य प्रशासनिक सेवा के तीन अधिकारी, लक्ष्मीनाराण तिवारी, सुनील अग्रवाल सहित आधा दर्जन लोगों को जेल भेजा गया है। उन सभी के खिलाफ 12500 पेज का चालान प्रस्तुत किया जा चुका है। विशेष न्यायाधीश ने अभियोजन परिवाद को स्वीकार किया। अब इस प्रकरण की सुनवाई 23 सितंबर को होगी।