रायपुर

प्रदेश में नए साल की शुरुआत में आ सकती है कोरोना वैक्सीन, 50 प्रतिशत आबादी को ‘दवा’ की है जरुरत

राज्य सरकार के निर्देश पर स्वास्थ्य विभाग ने तैयारियां शुरू कर दी हैं। केंद्र ने कोल्ड स्टोरेज की संख्या और क्षमता बढ़ाने को कहा है। साथ ही उपकरण भी राज्य को भेज दिए हैं। ताकि वैक्सीन आ जाए और उन्हें रखने की व्यवस्था न हो, इसलिए पूर्व से तैयारियां की जा रही हैं।

रायपुरOct 12, 2020 / 10:31 pm

Karunakant Chaubey

प्रदेश में नए साल की शुरुआत में आ सकती है कोरोना वैक्सीन, 50 प्रतिशत आबादी को ‘दवा’ की है जरुरत

रायपुर. प्रदेश में अक्टूबर माह में हर रोज 2,627 मरीज रिपोर्ट हो रहे हैं। हर रोज 28 लोगों की जान जा रही है। ऐसे में वैक्सीन (टीके) की सख्त आवश्यकता महसूस की जा रही है। मगर, वैक्सीन कब तक आएगी इसे लेकर राज्य सरकार को केंद्र से मिली जानकारी के मुताबिक जनवरी-फरवरी यानी साल के शुरुआत में वैक्सीन मुहैया हो सकती है।

यही वजह है कि राज्य सरकार के निर्देश पर स्वास्थ्य विभाग ने तैयारियां शुरू कर दी हैं। केंद्र ने कोल्ड स्टोरेज की संख्या और क्षमता बढ़ाने को कहा है। साथ ही उपकरण भी राज्य को भेज दिए हैं। ताकि वैक्सीन आ जाए और उन्हें रखने की व्यवस्था न हो, इसलिए पूर्व से तैयारियां की जा रही हैं।

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हालांकि अभी राज्य को केंद्र से यह स्पष्ट जानकारी नहीं मिली है कि कितने वैक्सीन की भेजी जाएंगी। मगर, राज्य स्वास्थ्य विभाग की मानें तो कम से ५० प्रदेश आबादी के वैक्सीनेशन (टीकाकरण) की आवश्यकता है। मगर, तब तक मास्क को ही वैक्सीन मानकर चलें तो वायरस से बचाव संभव है।

सीधी बात

डॉ. अमर सिंह ठाकुर, राज्य टीकाकरण अधिकारी

प्रश्न- वैक्सीन पहले किसे लगाई जाएगी?

जवाब- वैक्सीन पहले बुजुर्गों, को-मोर्बिडिटी यानी ऐसे व्यक्ति जो पहले से किसी बीमारी से ग्रसित हैं, गर्भवतियों और अन्य उच्च जोखिम वाले लोगों को वैक्सीन लगाई जाएगी।

प्रश्न- प्रदेश के कितने प्रतिशत लोगों को वैक्सीन की आवश्यकता है, बतौर टीकाकरण अधिकारी आप क्या मानते हैं?

जवाब- देखिए, यह कह पाना कठिन है। लेकिन जब तक 60-70 प्रतिशत लोगों में हर्ड इम्युनिटी विकसित नहीं हो जाती, तब तक वायरस का खतरा तो है ही।

प्रश्न- अगर, आंकड़ों में बात की जाए तो प्रदेश की आबादी 2.50 करोड़ है तो कितनी वैक्सीन चाहिए?

जवाब- कम से कम 50 प्रतिशत लोगों को वैक्सीन की आवश्यकता है। या उन्हें वैक्सीन लगनी चाहिए। इससे हम वायरस के फैलाव को रोक पाएंगे।

अभी 630 कोल्ड स्टोरेज पाइंट्स, 80 और बढ़ा रहे-

प्रदेश में वैक्सीनेशन प्रोग्राम जैसे- पल्स पोलियो, समेय अन्य के लिए 630कोल्ड स्टोरेज सभी जिलों में बनाए गए हैं। मगर, कोरोना वैक्सीन के लिए केंद्र से मिले निर्देश के बाद इनकी संख्या 80 और बढ़ाई जा रही है। यह काम आने वाले दो महीने के अंदर पूरा करना है। जो युद्ध गति से शुरू भी कर दिया गया है। ताकि दूरस्थ अंचलों तक वैक्सीन पहुंचा जा सके।

2 से 8 डिग्री तापमान चाहिए- वैक्सीन को सुरक्षित रखने या एक स्थान से दूसरे स्थान तक सुरक्षित पहुंचाने के लिए 2-8 डिग्री तापमान मैंटेन करना होगा।

मेडिकल वर्कर्स को लगाई जाएगी वैक्सीन- कोरोना वायरस संक्रमित मरीजों का इलाज करने वाले डॉक्टर और मेडिकल स्टाफ को वैक्सीन लगाई जाना भी प्राथमिकता में रखा गया है। अब तक प्रदेश में 1,400 से अधिक मेडिकल वर्कर संक्रमित हो चुके हैं। 20 से अधिक जानें जा चुकी हैं। जिनमें 4 डॉक्टर हैं।

केंद्र से अभी वैक्सीन के संबंध में कोई जानकारी प्राप्त नहीं हुई है। वैक्सीन 2021 की शुरुआत में सफल घोषित होने के आने में थोड़ा वक्त लग सकता है।

-टीएस सिंहदेव, स्वास्थ्य मंत्री

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