छत्तीसगढ़ में कोरोना के रिकवरी रेट में सुधार, प्रदेश में पहली बार एक्टिव मरीज 12 हजार के नीचे स्वास्थ्य अधिकारियों ने उन्हें बताया कि सबसे पहले जिन्हें वैक्सीन लगना है, उनका पहचान पत्र देखकर रजिस्ट्रेशन किया गया। इसके पश्चात वैक्सीनेशन कक्ष में ले जाकर वैक्सीन लगाने के बाद पृथक कक्ष में आधे घंटे तक निगरानी में रखने के बाद उन्हें केन्द्र से जाने दिया जा रहा है। स्वास्थ्य मंत्री ने ड्राई रन में शामिल मितानिन से बात की।
चपरासी ने लगाया रिश्वतखोरी का आरोप, अफसर ने कहा – तेरे को क्या तकलीफ है, तुम अपना काम करो उन्होंने अधिकारियों को पूरी प्रक्रिया सटीक तरीके से सम्पन्न करने के निर्देश दिए। इस अवसर पर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी मीरा बघेल एवं स्वास्थ्य विभाग के अन्य अधिकारी उपस्थित थे। ड्राई रन में 28 मितानिनों का रजिस्ट्रेशन कराया गया था। उल्लेखनीय है कि प्रदेश के सात जिलों में आज कोरोना वैक्सीनेशन का ड्राई रन आयोजित किया गया। ये मॉकड्रिल रायपुर, सरगुजा, दुर्ग, बिलासपुर, राजनांदगांव, बस्तर और गौरेला-पेंड्रा-मरवाही जिले में किये गया।
नाबालिग से दरिंदों ने सात महीने तक किया गैंगरेप, गर्भवती हुई तो पाप छिपाने दूसरे से शादी कराने की थी तैयारी राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की संचालक डॉ. प्रियंका शुक्ला ने भी आज वैक्सीनेशन केन्द्र पहुंचकर ड्राई रन का निरीक्षण किया और आवश्यक निर्देश दिए। इस मॉकड्रिल का उद्देश्य कोल्ड चेन मैनेजमेंट, वैक्सीन की सप्लाई, स्टोरेज और लॉजिस्टिक्स के साथ ही वैक्सीनेशन के लिए पहुंचे लोगों के वैक्सीनेशन साइट पर पहुंचने, उनकी एंट्री, रजिस्ट्रेशन, वैक्सीनेशन व ऑब्जर्वेशन में रखने की तैयारियों को परखना था। प्रथम चरण में हेल्थकेयर में लगे दो लाख 34 हजार लोगों को वैक्सीन लगाया जाएगा।