स्वास्थ्य मंत्री स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने पत्रकारों से चर्चा के दौरान कहा, इस बार का संक्रमण 4 गुना है। पहली लहर में एक दिन में संक्रमित मरीज 4 हजार नहीं पहुंचें थे, इस बार 16 हजार पार जा चुके हैं। हमारा लक्ष्य 70 हजार तक टेस्टिंग का है। इतनी जांच में 20-21 हजार संक्रमित मिलेंगे। जब 20 हजार मरीज मिलेंगे तो 1 प्रतिशत यानी 200 मौतें होंगी।
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उन्होंने कहा कि अभी मृत्युदर अधिक है, जो बड़ी चिंता है। मगर, हमारा रिकवरी रेट 97-98 प्रतिशत रहेगा। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि डॉ. रमन सिंह बताएं कि पैसों की कमी के चलते कोई का रुका हो? सरकार के पास 1 लाख करोड़ का बजट है, तो एक बार में खर्च नहीं करते। अन्य मदों का पैसा खर्च होते जा रहा है, सेस का पैसा भी उपयोग में आएगा।
ऑक्सीजन की कमी नहीं, बेड बढ़ा रहे हैं
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि प्रदेश में ऑक्सीजन की कमी नहीं, कमी है तो जंबो सिलेंडर की। इसकी व्यवस्था की जा रही है। 13,000 ऑक्सीजनयुक्त बेड का लक्ष्य है, 7 हजार बन चुके हैं। 1000 आईसीयू बेड निर्माण होगा, केंद्र से 200 बेड मांगे गए हैं। स्वास्थ्य मंत्री ने स्वीकारा की संसाधनों की तुलनात्मक कमी है।
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Lockdown के सवाल पर कहा कि किसी भी विकल्प को अपनाने के लिए विचार खुले रखना चाहिए। दुर्ग और रायपुर में आंकड़े गिर रहे हैं तो अन्य जिलों में मरीज बढ़ रहे हैं। अभी रोजाना 10,000 [typography_font:14pt;” >RT-PCR टेस्ट हो रहे हैं। हम क्षमता बढ़ा रहे हैं। जल्द ही 6 और लैब खुल जाएंगी।