प्रदेश भर के संविदा कर्मी नवा रायपुर के तूता धरना स्थल में 10 जुलाई से बेेमियादी हड़ताल पर हैं। शुक्रवार को भाजपा के वरिष्ठ नेताओं ने धरना स्थल पर पहुंचकर आंदोलन को समर्थन दिया। कर्मचारियों ने 17 जुलाई को जेल भरो आंदोलन करने का निर्णय लिया है। इस दौरान (Chhattisgarh hindi news) भाजपा प्रदेशाध्यक्ष अरुण साव ने कर्मचारियों के मंच से उनकी नियमितीकरण की मांग को जनघोषणा पत्र में शामिल करने की घोषणा की। धरनास्थल पर भाजपा नेता केदार कश्यप, ओपी चौधरी, भूपेन्द्र सवन्नी भी पहुंचे थे।
सरकार सख्त कार्रवाई के मूड में-रायपुर Government will take action on strike of employees : संविदाकर्मियों की हड़ताल से आम जनता और सरकारी कामों में हो रही परेशानियों को देखते हुए सरकार सख्त कदम उठाने के मूड में है। बताया जाता है कि हड़ताल जारी रहने पर सरकार संविदाकर्मियों की सर्विस ब्रेक कर सकती है। इसके अलावा उन पर निष्कासन की कार्रवाई भी कर सकती है। संविदाकर्मियों (CG Contract Workers Strike) के हित में सरकार ने काफी काम किया है और उनकी सभी मांगों पर सहानुभूतिपूर्वक भविष्य में निर्णय लिया जाएगा।
अनियमित कर्मियों को पुलिस ने रोका Contract workers strike in CG : अनियमित कर्मचारी मोर्चा के सदस्य मुख्यमंत्री निवास घेराव के लिए निकले थे, जिसे पुलिस प्रशासन ने धरना स्थल के पास ही बैरिकेडिंग कर रोक दिया। प्रदर्शनकारी नारेबाजी करते रहे। ज्ञापन को लेने भी कोई अधिकारी नहीं आया। इससे नाराज कर्मचारियों ने पुलिस प्रशासन के सामने ज्ञापन जला दिया।
प्रदेश के अन्य जिलों का हाल दुर्ग जिले से 462 एनएचएम कर्मी हड़ताल पर थे। शुक्रवार को कर्मियों ने सामूहिक इस्तीफा दे दिया। सीएमएचओ डॉ. जे.पी. मेश्राम ने बताया कि आवश्यक सेवा बहाल है। नियमित कर्मचारी भी ड्यूटी पर आ रहे हैं। एनएचएम कर्मियों की हड़ताल में जाने से वे जो काम करते थे, वह (Contract workers strike) प्रभावित है। बालोद में 450 संविदा कर्मचारियों ने सामूहिक इस्तीफा दिया है। राजनांदगांव में 5 हजार संविदा कर्मचारियों ने भी जिला प्रशासन के नाम सामूहिक इस्तीफा सौंप दिया। वहीं कवर्धा जिले के 800 संविदा कर्मचारियों ने सामूहिक इस्तीफा दिया।