विधानसभा का बजट सत्र: आठ दिन में विधानसभा में लगे 913 सवाल, जमकर हंगामे के आसार किसान कांग्रेस अध्यक्ष चंद्रशेखर शुक्ला, आर्थिक मामलों के जानकार रमेश वर्ल्यानी और पार्टी के संचार विभाग के अध्यक्ष शैलेष नितिन त्रिवेदी ने संयुक्त पत्रकारवार्ता में कहा, भाजपा और मोदी सरकार की किसानों से नफरत केन्द्रीय बजट से स्पष्ट हुई है। बजट में पारदर्शिता, कृषि और किसानों को आगे ले जाने के दावे गलत और झूठे हैं।
कांग्रेस ने कहा कि पीएम किसान योजना में 75 हजार करोड़ का प्रावधान किया गया था। इस साल सिर्फ 65 हजार करोड़ रखा गया है। जबकि सरकार अभी तक आधे किसानों तक योजना नहीं पहुंचा पाई। इस योजना में 13 फीसदी की कटौती क्यों की गई है, यह बताना चाहिए।
बीजेपी महिला मोर्चा की प्रदेश कार्यकारिणी घोषित, लिस्ट में देखिए किसे मिली कौन-सी जिम्मेदारी कांग्रेस नेताओं ने यह भी बताया कि मनरेगा में पिछले साल 65 हजार करोड़ था, इस बार 73 हजार करोड़ का प्रावधान किया गया है। जबकि इसमें 1 लाख करोड़ से अधिक खर्च किया जाना चाहिए। कोरोना की वजह से बजट को बढ़ाना जरूरी था। मगर केन्द्र की सरकार ने गांव, गरीब और किसान को रोजगार देने में परहेज किया है। किसानों पर लाठियां बरसाने पर मोदी सरकार के बजट की मार पड़ी है।