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यह सब होने के बाद छत्तीसगढ़ कांग्रेस के ट्विटर अकॉउंट से कई पोस्ट हो रहे हैं और पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह, पूर्व मंत्री अजय चंद्राकर सहित भाजपा छत्तीसगढ़ के अकाउंट को टैग कर पोस्ट किए जा रहे हैं, जिसमे से एक में लिखा है – जी हां ! अंग्रेजों से 13 बार लिखित माफी मांगने वाले सावरकर ‘वीर’ नहीं बल्कि कायर थे। वही एक और ट्वीट करके छत्तीसगढ़ कांग्रेस ने लिखा है – क्या आप जानते हैं? कि @drramansingh @dharam_kaushik सहित @BJP4CGState के नेताओं ने #NathuramGodseMurdabad कहने से इंकार कर दिया है।राष्ट्रपिता का जो हत्यारा है, वो राष्ट्रद्रोही कहलायेगा। ऐसे राष्ट्रद्रोही के समर्थन में बोलने वालों को आप क्या कहेंगे ?
दरअसल, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने महात्मा गांधी पर चर्चा के समापन पर कहा कि आज का राष्ट्रवाद भयानक किस्म का हिंसक है। अराजक और उत्तेजित इस राष्ट्रवाद में जीवन का कोई सम्मान नहीं है। ये राष्ट्रवाद बाहर से आया हुआ है। इसकी जड़े जर्मनी और इटली से गढ़ी हुई है। भूपेश बघेल ने कहा कि मैंने पढ़ा है कि सावरकर के बुलावे पर गांधी लंदन में उनके पास गए थे। उस वक़्त दोनों ने रामायण का उदाहरण लिया। गांधी ने कहा कि रावण जैसे शक्तिशाली से सत्य ही जीतता है। दूसरी तरफ सावरकर ने कहा दुष्टता का नाश उसी तरह से होता है।
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मुख्यमंत्री ने कहा कि इतिहास गवाह है कि सावरकर छिपकर मारने से पीछे नहीं हटते थे। उन्होंने बीजेपी विधायकों की ओर इशारा करते हुए कहा कि आपके लिए सावरकर वीर है, लेकिन हमारे लिए गांधी वीर है।इतिहास में ये साक्ष्य भी है कि गोडसे सावरकर का शिष्य था। भूपेश बघेल की इस टिप्पणी पर पर भाजपा विधायक शिवरतन शर्मा ने कहा कि सावरकर को बाइज्जत बरी किया गया था। अजय चंद्राकर ने भूपेश बघेल के शब्दों को विलोपित करने की मांग की। जवाब में भूपेश बघेल ने कहा मैं अपने शब्द वापस नहीं लूंगा।सदन में भारी हंगामे के बीच बीजेपी सदस्यों ने सदन की कार्यवाही से बहिर्गमन किया और गाँधी के प्रतिमा के नीचे धरने पर बैठ गए।
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बीजेपी ने दिया धरनामुख्यमंत्री भूपेश बघेल की टिप्पणी से नाराज बीजेपी विधायकों ने सदन की कार्यवाही से बहिर्गमन कर दिया। बीजेपी सदस्य सदन के बाहर गांधी प्रतिमा के पास धरने पर बैठ गए और मुख्यमंत्री के विरोध में जमकर नारेबाजी की। विधायकों ने सावरकर को वीर बताते हुए समर्थन में नारे लगाए ।
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